Cryptocurrency Wallet Kya Hai : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है। अपना क्रिप्टो करेंसी वालेट क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार कैसे बनाए
पिछले एक दो वर्षों से देश मे क्रिप्टो करेंसी का मार्केट तेजी से बढ़ा है। निवेश मे रुचि रखने वाले लोगों के लिए निवेश का एक और विकल खुल गया है। अगर आप निवेश में रुचि रखते है तो आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते है।
लेकिन क्रिप्टो करेंसी मे निवेश करने से पहले आपको इससे जुड़ी हुई कुछ चीजों के बारे मे जानना आवश्यक है तभी आप इससे फायदा ले सकते है।
इस लेख मे हम आपको क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है। कि क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या है। क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट का इस्तेमाल कैसे करे। इसलिए इस लेख को पूरा पढे।
क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या है Cryptocurrency Wallet Kya Hai
मनी वॉलेट की तरह क्रिप्टो वॉलेट भी एक तरह का वालेट होता है जिसमे कोई भी क्रिप्टो निवेशक अपनी क्रिप्टोकरेंसी को आसानी से स्टोर करके रख सकता है। जिसमे बिटकॉइन के अलावा दूसरे क्रिप्टो करेंसी भी हो सकते है। जैसे कि ईथर, डीजईकोइन इत्यादि।
करेंसी की सुरक्षा के लिए इस वॉलेट में यूजर पासवर्ड कीज भी सेट करके रख सकते है। इस वालेट के जरिए निवेशक डायरेक्ट अपने क्रिप्टो करंसीज को बेच या उसमे जोड़ सकते है।
ये एक तरह का ऐप या सॉफ्टवेयर होता है। जिसे कोई भी यूजर अपने मोबाइल से भी इस्तेमाल कर सकता है। आसान भाषा मे कहा जाए तो क्रिप्टो वॉलेट क्रिप्टो करेंसी को स्टोर करने का एक माध्यम होता है। जिसमें निवेशक अलग अलग प्रकार से अपनी करेंसी निवेश करके रख सकते है। निवेशक चाहे तो अपने क्रिप्टो वॉलेट के जरिए डायरेक्ट peer-to-peer network मेथड से दूसरे निवेशकों को अपने करेंसी बेच सकते है।
प्राइवेट और पब्लिक Keys क्या होती हैं?
क्रिप्टो वॉलेट मे एक बात समझना एक बात सबसे अहम होता है। प्राइवेट और पब्लिक keys के बारे मे कि ये क्या होता है। क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। जिसमे कीज के कुछ कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया जाता है। पब्लिक कीज़ का इस्तेमाल क्रिप्टो टोकन की पहचान करने और प्राइवेट कीज का इस्तेमाल उन्हे एक्सेस करने के लिए किया जाता है।
इसके और आसान भाषा मे समझते है।
अगर आप पेमेंट का इस्तेमाल करते है तो उसमे एक यूजर नेम होता है । जिसमे जरिए आप अपने पेमेंट वॉलेट से ट्रांजेक्शन करते है।
क्रिप्टो वॉलेट में पब्लिक कीज भी वही काम करती है। इसके जरिए आप अपने वॉलेट मे टोकन रिसीव करते है।
पेमेंट वॉलेट में जिस प्रकार वॉलेट मे बेलेस चेक करने और अपना अकाउंट बैलेंस चेक करने के लिए 6 डिजिट का एक पासवर्ड होता है। उसी प्रकार क्रिप्टो वॉलेट मे ये काम प्राइवेट कीज के जरिए किया जाता है।
क्रिप्टो वॉलेट्स कितने प्रकार के होते है Type of Crypto Wallet
हॉट वॉलेट्स Hot Crypto Wallet
हॉट वॉलेट ऑनलाइन होते है जिसे कोई भी निवेशक आसानी से एक्सेस करके करेंसी को खरीद या सेल कर सकता है। चूंकि ये ऑनलाइन होता है तो इसमें हैकिंग को लेकर सुरक्षा का भी खतरा रहता है। लेकिन अगर आप क्रिप्टो में ट्रेडिंग करते है तो आपको अपने हॉट वॉलेट मे कुछ टोकन हमेशा रखने होते है।
कोल्ड वॉलेट Cold Crypto Wallet
कोल्ड वॉलेट ऑफ़लाइन होते है। जिसमे निवेशकों को अपना डाटा किसी क्लाउड स्टोर पर नहीं रखना होता है। आप अपने एसेट को किसी हार्ड डिस्क या मेमोरी में स्टोर करके रख सकते है।
लेकिन इस वॉलेट मे एक परेशानी यह रहती है कि अगर किसी यूजर के वॉलेट मे किसी प्रकार की कोई परेशानी हो जाती है और आप अपनी कीज से इस वॉलेट मे एक्सेस नहीं कर पाए तो आप अपने कॉइन या टोकन को खो सकते है। ऐसे में आप समझ सकते है कि आपके हाथ से वॉलेट और करेंसी दोनों गई।
पेपर वॉलेट्स, Paper Crypto Wallet
हॉट और कोल्ड वालेट की तरह पेपर वॉलेट्स भी होता है। जिसमे निवेशक यूजर की प्राइवेट कीज पेपर पर लिखी होती है। इस वालेट में हैकिंग की संभावना ना के बराबर है।
लेकिन इसमें पेपर खराब होने या उसके खो जाने की समस्या रहती है। ऐसे में अगर आपने कोड की कॉपी करते क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार समय किसी प्रकार की कोई गलती कर दी तो आप अपना वॉलेट और करेंसी टोकन खो सकते है।
इसलिए आप जिस भी वालेट का इस्तेमाल करना चाहते है वो बड़े क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार ही सोच समझ कर करे। अन्यथा आपको भारी नुकसान भी हो सकता है।
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अपना क्रिप्टो वॉलेट कैसे बनाएं Crypto Wallet kaise banaye
बहुत से क्रिप्टो वॉलेट मौजूद है जिन्हे आप क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार ऑनलाइन देख सकते है। कई ऐसे क्रिप्टो एक्सचेंज भी है जिनके खुद के वॉलेट है। जैसे कि Exodus और Mycelium
इनका इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है। इन्हे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले अपना अकाउंट बनाकर लॉगिन करे । उसके बाद इनकी कुछ जरूरी दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड और पैन कार्ड से केवाईसी करे।
एक्सचेंज पर स्टोर करना
क्रिप्टो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर भी अपने क्रिप्टो एसेट स्टोर को स्टोर करके रख सकते है। लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्रिप्टो कॉइन या टोकन स्टोर करने की जगह सेफ नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को रोजाना तकरीबन 2.7 मिलियन डॉलर यानी 20 करोड़ से अधिक का नुकसान होता है। ये आंकड़ा कम होने वाला नहीं है। अच्छे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर ये समस्या नई रहती है वहा पर निवेशकों की सुरक्षा का काफी ध्यान रखा जाता है।
अगर आपको भी क्रिप्टो वॉलेट में मिल रहे हैं Free Coin या Token तो हो जाएं सावधान! जानिए क्या हैं Crypto Airdrops
Cryptocurrency Airdrops: आमतौर पर एयरड्रॉप एक व्यापक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा होता है जिसमें सोशल मीडिया प्रमोशन, ब्लॉग पोस्ट और क्रिप्टो धारक भागीदारी के अलग-अलग लेवल शामिल होते हैं. हालांकि, एयरड्रॉप का इस्तेमाल गलत चीजों के लिए भी किया जा सकता है, इसलिए यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत है. चूंकि उन्हें प्रोमोशनल टूल के रूप में माना जाता है, इसलिए अगर कोई प्रोजेक्ट किसी प्रकार के इन्वेस्टमेंट की मांग करते हैं तो आपको सतर्क रहना चाहिए.
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gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 07 जनवरी 2022,
- (Updated 07 जनवरी 2022, 10:59 AM IST)
एयरड्रॉप एक व्यापक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा होता है
क्रिप्टो कम्युनिटी में सभी एयरड्रॉप एक समान नहीं हैं. इसमें कुछ रिस्क भी हैं.
Cryptocurrency Updates: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में, एयरड्रॉप (Airdrop) एक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी है जिसका उपयोग ब्लॉकचैन-आधारित स्टार्टअप अपने प्लेटफॉर्म के उपयोग को प्रमोट करने के लिए करते हैं. इसमें एक नई वर्चुअल करेंसी को बढ़ावा देने के लिए पब्लिक क्रिप्टो वॉलेट वाले यूजर को फ्री सिक्के या टोकन प्रदान करना शामिल है. ये ठीक ऐसा ही है जैसे सुपरमार्केट में किसी सामान के सैंपल को फ्री में देना ताकि उसकी बिक्री को बढ़ाया जा सके.
आमतौर पर एयरड्रॉप एक व्यापक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा होता है जिसमें सोशल मीडिया प्रमोशन, ब्लॉग पोस्ट और क्रिप्टो धारक भागीदारी के अलग-अलग लेवल शामिल होते हैं. हालांकि, एयरड्रॉप का इस्तेमाल गलत चीजों के लिए भी किया जा सकता है, इसलिए यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत है. चूंकि उन्हें प्रोमोशनल टूल के रूप में माना जाता है, इसलिए अगर कोई प्रोजेक्ट किसी प्रकार के इन्वेस्टमेंट की मांग करते हैं तो आपको सतर्क रहना चाहिए.
एयरड्रॉप कैसे काम करते हैं?
नई ब्लॉकचैन-आधारित कंपनियां पहले अपनी वेबसाइट या क्रिप्टोकुरेंसी फोरम पर अपनी वर्चुअल करेंसी के लिए एयरड्रॉप का प्रचार शुरू करती हैं. जागरूकता पैदा करने के बाद, कंपनी उन क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट धारकों को सिक्का या टोकन भेजती है जो पहले से ही इसका इस्तेमाल करते हैं.
किसे भेजा जाता है टोकन?
अब, आप सोच सकते हैं कि कंपनी कैसे तय करती है कि टोकन किसे भेजना है? खैर, कुछ कारक हैं जो इसमें मदद करते हैं. कई कंपनियां और स्टार्टअप नई वर्चुअल करेंसी को ब्लॉकचैन कम्युनिटी के एक्टिव यूजर्स के वॉलेट में भेजते हैं. हालांकि, कुछ कंपनियों को प्रमोशन एक्टिविटीज में भाग लेने के लिए वॉलेट धारक की जरूरत हो सकती है जैसे वर्चुअल करेंसी के बारे में क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार ट्वीट करना या किसी प्रतिष्ठित क्रिप्टो मंच पर पोस्ट करना.
इनमें से कई कंपनियां अक्सर उन धारकों को नए टोकन भेजती हैं जिनके वॉलेट में ईथर या बिटकॉइन होते हैं क्योंकि बिटकॉइन और एथेरियम कम्युनिटीज क्रिप्टो-क्षेत्र में सबसे बड़े होते हैं.
क्रिप्टो में एयरड्रॉप क्यों जरूरी हैं?
जैसे-जैसे क्रिप्टो की मांग बढ़ती जा रही है, नए स्टार्टअप के लिए भीड़ भरे बाजार में बाहर खड़े होना मुश्किल हो गया है. एक वर्चुअल कॉइन की लाइफ साईकल इस बात पर निर्भर करती है कि कितने लोग व्यापार कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. कॉइनडेस्क के सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष और एमआईटी के ब्लॉकचैन रिसर्च इनिशिएटिव के सलाहकार माइकल जे केसी ने ब्लॉग पर लिखा, "एक करेंसी अगर कहीं इस्तेमाल नहीं हो रही है तो उसकी कोई कीमत नहीं है."
क्या है एयरड्रॉप में रिस्क?
आपको बता दें, क्रिप्टो कम्युनिटी में सभी एयरड्रॉप एक समान नहीं हैं. इसमें कुछ रिस्क भी हैं. कुछ संस्थाएं गलत तरीकों के लिए इन मार्केटिंग टूल का फायदा लेती हैं. इसका पता आप ऐसे लगा सकते हैं कि अगर कोई यूजर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के प्रकार एयरड्रॉप के लिए टोकन के बदले में ईथर और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की एक निश्चित राशि भेजने के लिए कहता है, तो हो सकता है वो सोर्स ठीक न हो. यह आमतौर पर आपके पैसे चुराने के लिए स्कैमर्स का एक तरीका हो सकता है.
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