यह Pins कभी-कभी नीचे साइड threaded होती है अपनी आवश्यकता अनुसार बनाया जाता है इसका प्रयोग हम साइकिल के Crank Shaft को जाम करने में करते हैं
Personalizing Desktop – Background, Screen Sever, Themes, Font Size Notes
Personalizing Desktop – Background, Screen Sever, Themes, Font Size Notes | Desktop Icon Change | Computer Background Change in Hindi | Theme Font size Customize Note | How to Change Desktop icon Font Size in Window 8.1 |
Pesonalization Desktop
Personalizing Desktop :- किसी भी कंप्यूटर के डेस्कटॉप को कस्टमाइज करने के लिए Personalizing सेटिंग का उपयोग किया जाता है जिसकी मदद से हम डेस्कटॉप के Background, Color, Theme, Screen sever, Font size, वॉलपेपर सभी को कस्टमाइज कर सकते हैं।
विंडो के कई सारे वर्जन उपयोग किए जाते हैं जिसमें डेस्कटॉप आईकॉन, कलर, Theme, Screen sever, Font size इत्यादि अलग-अलग होते हैं इसमें से कुछ आईकॉन टेक्स्ट या वॉलपेपर हमें अच्छे नहीं लगते तो इसे कस्टमाइज कर सकते हैं विंडो 8.1 ऑपरेटिंग सिस्टम में भी इसी प्रकार के Personalizing पेन का उपयोग करके डेस्कटॉप, बैकग्राउंड, इमेज, कलर आदि को कस्टमाइज किया जा सकता है।
Personalizing पेन हमें इस प्रकार की सुविधा प्रदान करता है जो हम अपनी आवश्यकता और पसंद के अनुरूप इनमें चेंज कर सकते हैं यदि हमें Font का साइज कम लग रहा है और उसे देखने में परेशानी हो रही है उसे बढ़ा सकते हैं डेस्कटॉप के आइकॉन को चेंज कर सकते हैं डेस्कटॉप पर wallpaper Theme लगा सकते हैं।
Personalizing Desktop – Background Screen Sever Themes Font Size Notes
Desktop को कस्टमाइज कैसे करें?
- Desktop को कस्टमाइज करने के लिए सबसे पहले डेस्कटॉप पर कहीं पर भी राइट क्लिक करेंगे।
- विंडो 8.1 ऑपरेटिंग सिस्टम में Charm Bar मे दिखाई देगा।
- क्लिक करते ही हमारे सामने एक ड्रॉप डाउन मेनू बार खुल जाएगा।
- इसमें New, View, refresh जैसे अलग-अलग ऑप्शन होंगे जिसमें से हमें Personalize पिन बार सेटअप आकार पर क्लिक करेंगे।
- उस पर क्लिक करते ही हमारे सामने Personalization Panel की एक न्यू टैब ओपन हो जाएगी।
- अब हम अपनी आवश्यकता के अनुरूप Desktop को कस्टमाइज कर सकते हैं।
- जैसे कि हमें डेस्कटॉप कलर को चेंज करना है तो कलर्स पर क्लिक करेंगे।
- यदि हमें डेस्कटॉप बैकग्राउंड को चेंज करना है तो Desktop बैकग्राउंड पर क्लिक करेंगे।
- इस प्रकार हम आवश्यकता के अनुरूप Desktop में चेंज कर सकते हैं।
डेस्कटॉप बैकग्राउंड कैसे चेंज करें?
- डेस्कटॉप के Background को चेंज करने के लिए हम सबसे पहले Personalize पेन को ओपन करेंगे।
- जो कि हमें विंडो 8.1 ऑपरेटिंग सिस्टम में Charm Bar मे दिखाई देगा।
- उसके बाद आपके सामने इंटरफ़ेस दिखाई देना जिसमें हम डेस्कटॉप बैकग्राउंड पर क्लिक करेंगे।
- जिसके अपनी पसंद के अनुरूप वॉलपेपर को सिलेक्ट कर सकते हैं।
How to Change in Screen Sever in Hindi Notes
स्क्रीन सेवर कैसे चेंज करें?
- इसके लिए हम पर्सनलाइज पेन ओपन करेंगे।
- उसके बाद हम स्क्रीन सेवर पर क्लिक करेंगे।
- स्क्रीन सेवर पर क्लिक करने के बाद हमारे सामने एक न्यू टैब ओपन होंगे।
- जिसमें हमें स्क्रीन सेवर के कई ऑप्शन मिलेंगे हम अपनी पसंद के अनुरूप इसे सिलेक्ट करके अप्लाई कर देंगे।
- जिससे कि स्क्रीन सेवर हमारे desktop पर अप्लाई हो जाएगा।
आइकॉन को कैसे चेंज करें?
- इसके लिए भी हमें पर्सनलाइज Setting को ओपन करेंगे।
- उसके बाद डेस्कटॉप आईकॉन पर क्लिक करेंगे।
- जिसे एक न्यू टैब ओपन होगी।
- अब हम अपने अनुसार डेक्सटॉप पर आइकॉन सेलेक्ट करेंगे और अप्लाई पर क्लिक करेंगे।
- इस प्रकार डेक्सटॉप पर आइकॉन चेंज हो जाएगा।
फोंट साइट कैसे चेंज करें?
- फोंट साइज को अपनी आवश्यकता या जरूरत के अनुरूप चेंज किया जा सकता है।
- इसके लिए हमें पर्सनलाइज पेन का उपयोग करेंगे।
- उसके बाद डिस्प्ले पर क्लिक करेंगे।
- फिर एक न्यू टैब ओपन होंगे जिसमें हम अपने जरूरत के अनुसार font-size रख सकते हैं।
- उसके बाद अप्लाई पर क्लिक करेंगे जिससे कि वह फोंट साइज अप्लाई हो जाएगा।
इस प्रकार हम अलग-अलग ऑप्शन का उपयोग करके डेक्सटॉप को कस्टमाइज कर सकते हैं जिसके द्वारा हम डेक्सटॉप को अधिक आकर्षक सुंदर और अपनी सुविधा के अनुसार रख सकते हैं।
Computer Time and Date setting Notes
Setting Date And Time डेट और टाइम सेटिंग :-
डेट और टाइम सेटिंग का उपयोग हम अपने कंप्यूटर सिस्टम में डेट और टाइम को सेट करने के लिए करते हैं जैसे कि यदि हम इंडिया में कार्य कर रहे हैं तो इंडिया का टाइम और डेट सेट कर सकते हैं क्योंकि यहां सेट होना आवश्यक होता है इस ऑप्शन का उपयोग करके हम Date and Time, Additional Clocks and Internet Time को सेट कर सकते हैं।
Time And Date Setting कैसे करें :-
- सबसे पहले डेक्सटॉप स्क्रीन पर टाइम एंड डेट के आइकॉन पर क्लिक करें।
- क्लिक करते ही आपके सामने कुछ ऐसा इंटरफेस खुलेगा।
- जिसमें आप Change Date and Time Setting पर क्लिक करेंगे
- अब हम चेंज डेट एंड टाइम पर क्लिक करेंगे।
- अब हम डेट और टाइम दोनों को सेट कर सकते हैं।
- सेट करने के बाद ओके बटन पर क्लिक करेंगे जिससे कि टाइम और डेट सेट हो जाएगा।
- इसके अलावा इसमें एडिशनल क्लॉक और इंटरनेट टाइम की सेटिंग भी की जा सकती है एडिशनल क्लॉक में टाइम जोन सेलेक्ट करने का ऑप्शन होता है और इंटरनेट टाइम इंटरनेट सर्वर का टाइम होता है।
- इन सब को सेट करने के बाद ओके बटन पर क्लिक करते ही हमारे डेस्कटॉप स्क्रीन पर सही टाइम और डेट सेट हो जाएगा।
Computer Desktop Taskbar window 8.1 Notes
टास्कबार विंडो 8.1 (Taskbar in window 8.1) :- डेक्सटॉप की स्क्रीन पर नीचे साइड Bar दिखाई देती है उसे टास्कबार कहते हैं टास्कबार में सबसे पहले स्टार्ट बटन या आइकॉन दिखाई देता है उसके बाद में उपयोगकर्ता के द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्रोग्राम के आइकॉन दिखाई देते हैं इसके साथ ही टास्कबार में कुछ आइकॉन को Pin करके भी रखा जा सकता है जिससे कि उपयोगकर्ता को कार्य में आसानी हो सके।
टास्कबार को Move भी किया जा सकता है यदि हमें टास्कबार डेस्कटॉप स्क्रीन की टॉप पर लगाना है तो भी हम इसे आसानी से लगा सकते हैं लेकिन सामान्यतः टास्कबार पिन बार सेटअप आकार डेस्कटॉप स्क्रीन के नीचे ही होती है।
Windows Taskbar की पूरी जानकारी हिंदी में
Taskbar एक आडि आयताकार पट्टी होती हैं जो Windows Desktop पर सबसे नीचे लगी होती हैं. यह Desktop की तरह Windows के कारण छिपती नही हैं. यह हमेशा Visible और Highlight रहती हैं इसलिए आसानी से देखी जा सकती हैं.
Taskbar की By Default Position Bottom Set रहती हैं. जिसे Top, Right, Left में बदला भी जा सकता हैं. और इसे एक जगह Lock भी किया जा सकता हैं. इसकी बनावट और दिखावट Windows OS Version पर निर्भर करती हैं. जो Version के हिसाब से भिन्न-भिन्न हो सकती हैं.
Taskbar में मुख्यत: चार भाग होते हैं. जिन्हे आप ऊपर Image में देख सकते हैं.
- Start Button
- Icons
- Notification Area
- Show Desktop Button
Start Button
Taskbar पर सबसे पहला और मुख्य भाग Start Button होता हैं. जो बांए तरफ नीचे कोने में स्थित रहता हैं. इसे Menu Button भी कहते हैं. इसकी बनावट भी Windows Version पर निर्भर करती हैं. यह गोल, वर्गाकार, आयताकार हो सकता हैं.
Start Button की सहायता से सभी Programs, Folders और Settings तक पहुँचा जाता हैं. यहाँ से अपने मन पसंद Program को ढूंढकर उसे Run कर सकते हैं और उसका Desktop Shortcut बना सकते हैं.
Taskbar Buttons or Middle Section
Taskbar के Middle Section पर कुछ Buttons भी Pinned रहते हैं. इन्हे Start Button के बाद देखा जा सकता हैं. By Default यहाँ कुछ ही Buttons Pinned रहते हैं जिन्हे जरूरत के अनुसार कम या ज्यादा भी किया जा सकता हैं.
Pinned Items के Icon के अलावा Currently Open Programs, Files, Folders या अन्य Items भी Taskbar पर दिखाई देते हैं.
Notification Area
Notification Area Taskbar में दांए तरफ स्थित रहता हैं. जो Users को कम्प्युटर से आने वाले विभिन्न Notifications और Messages को दिखाता हैं. पहले तो Notification Area में कुछ ही Icons दिखाई देते हैं. Upward Arrow पर क्लिक करके Hidden Icons को भी देखा जा सकता हैं.
Notification Area के कई अलग-अलग भाग होते हैं जिनका अलग-अलग कार्य होता हैं. इन्हे आप ऊपर Picture में देख सकते हैं.
- Language Icon – यह Icon Windows की Language Setting को Represent करता हैं. यहाँ पर Computer की Current Language को देखा जा सकता हैं. और Language Bar को Customize भी किया जा सकता हैं. Language Icon एक से अधिक Input Method Installed होने पर ही दिखाई देता हैं.
- Upward Arrow Icon – यह आईकन Hidden Items को Represent करता हैं. इस Arrow पर क्लिक करके Hidden Items को देखा जा सकता हैं.
- Flag Icon यह आईकन Operating System से आने वाले संदेशों को दिखाता हैं. जिन्हे Users इस आईकन पर क्लिक करके देख एवं Solve कर सकते हैं.
- Network Icon – यहाँ से Network and Sharing Center को Open किया जा सकता हैं. यह आईकन दर्शाता हैं कि वर्तमान में कम्प्युटर में इंटरनेट चल रहा हैं या बंद हैं.
- Volume Icon – यह आइकन Volume Setting को दर्शाता हैं. इस पर क्लिक करके Volume को Adjust किया जा सकता हैं.
- Date and Time – इस जगह पर वर्तामान Date और Time को दिखाया जाता हैं. Users इस आइकन पर क्लिक करके Date and Time Setting को Access कर सकता हैं.
Show Desktop Button
यह बटन Taskbar में दांए तरफ जोने में स्थित होता हैं. इसका आकार आयताकार होता हैं. जो Windows Version के अनुसार अलग-अलग हो सकता हैं. इसे Notification Area से एक खडी लाईन अलग करती हैं.
इस बटन पर क्लिक करके Users सीधे डेस्क्टॉप पर पहुँच जाते हैं. और सभी खुली हुई Windows Minimize हो जाती हैं. इस बटन पर माउस करसर को ले जाने पर खुली हुई Windows पारदर्शी हो जाती हैं. जिनसे Desktop को आसानी से देखा जा सकता हैं.
Taskbar पर Buttons को Pin करना
Taskbar पर किसी भी Item के बटन को दो तरीको से Pin किया जा सकता हैं. यानि लगाया जा सकता हैं.
- Right Click द्वारा
- Mouse Drag द्वारा
Right Click द्वारा Programs को Taskbar पर Pin करना
- सबसे पहले आप जिस Item को Taskbar पर Pin करना चाहते है उसके ऊपर Mouse की Right Click दबाईये.
- ऐसा करने पर आपके सामने पिन बार सेटअप आकार एक Menu Open होगी.
- यहाँ से आपको उपलब्ध विकल्पों में से Pin to Taskbar के विकल्प पर क्लिक करना हैं.
- ऐसा करते ही वह Item Taskbar पर लग जाएगा.
Mouse Drag द्वारा Programs को Taskbar पर Pin करना
- Mouse Dragging द्वारा Item को Pin करने के लिए आप पहले उस Item पर Left Click दबाकर रखिए.
- इसके बाद उस Item को पकडकर Taskbar पर खींच लाइये और छोड दीजिए.
- ऐसा करने पर वह Item Taskbar पर Pin हो जाएगा.
Taskbar पर Buttons को Unpin करना
- Taskbar पर Pinned Buttons को Unpin करने के लिए उस बटन पर Right Click दबाइये जिसे Unpin करना हैं.
- ऐसा करने पर आपके सामने कुछ विकल्पों की सूची खुलेगी.
- यहाँ से आपको “Unpin this program from taskbar” पर क्लिक करना हैं.
- ऐसा करते ही वह Item Button Taskbar से Unpin हो जाएगा.
आपने क्या सीखा?
इस Tutorial में हमने आपको Windows Taskbar के बारे में पूरी जानकारी दी हैं. आपने Taskbar के विभिन्न भागों के बारे में जाना है. और Taskbar पर Items को Pin और Unpin करना भी सीखा हैं. हमे उम्मीद हैं कि यह Tutorial आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
स्टेपलपीन निर्मिती-व्यवसाय ( How to Setup Stapler Pin Manufacturing Business? )
कार्यालयीन कामकाजों के लिए स्टेपलपीन का उपयोग करते ही हैं। परंतु आधुनिक जीवनमान और सुशिक्षितों का प्रमाण बढ़ने से आजकल हर घर में स्टेपलपीन का उपयोग जरुरत के अनुसार कामकाज के लिए किया जाता है। इसी कारण उत्पादित माल को हमेशा ही बाजार उपलब्ध हैं। कम भांडवल में बारहों महिनें उद्योग, हमेशा ही माँग होनेवाला उत्पादन हैं।
नूकसान की संभावना न होनेवाला यह व्यवसाय नवउद्योजक बाजार का अध्ययन करके जरुर चुनें । पिन बार सेटअप आकार स्टेपलपीन्स अलग अलग धातुओं से तैयार की जाती हैं। तांबे के अथवा स्टेनलेस स्टील के तारों से तैयार की जाती हैं।
ताँबे के अथवा स्टेनलेस स्टील के तारों से तैयार की हुई स्टेपलपीन को बाजार में अच्छी माँग हैं। स्टेपलपीन तैयार करने के ॲटोमेटिक स्टेपलपीन मेकींग मशीन, मशिनरी बेचनेवाले व्यापारियों के पास अधिकतर सभी बड़े शहरों में मिलते हैं। जिस धातु से स्टेपलपीन तैयार करने के हैं उसके तार के टुकडे ॲटोमेटीक मशीन में डाले जाते हैं। जिस आकार की, साईज की स्टेपलपीन तैयार करनी हैं, उसकी साईज अॅटोमेटीक मशिनपर सेट की जाती हैं। सेट किए हुए समय के अनुसार मशीन में तार आगे सरकती हैं। और तैयार किए हुए स्टेपल पीन्स् मशीन के गोंद लगाने के भाग में आगे सरकती हैं। छोटी-छोटी तैयार हइ पीनों को वहाँ गोंद लगती हैं और पैकींग के लिए पीन्स तैयार होती हैं।
स्टेपलर्स और स्टेपलपीन का उपयोग संभवतः सभी ही निजी और सरकारी कार्यालयों में होता ही पिन बार सेटअप आकार पिन बार सेटअप आकार है। हर ऑफीस और कार्यालय के लिए जैसे पीनों की जरुरत होती हैं. वैसे ही सभी प्रकार के कार्यालयों को स्टेपलर और स्टेपलपीन्स की जरुरत होती हैं। एक ही संदर्भ के विविध कागजात एकत्रित रखने के लिए स्टेपलपीन मारकर कागज एकत्रित रखे जाते हैं। सिर्फ पीन लगाकर कागज रखने पर संभवतः पीन निकल सकती हैं। परंतु स्टेपल पीन स्टेपल करने के बाद प्रेस करने से पीन्स अपने आप लॉक होती हैं
इसी कारण स्टेपलद्वारा पीनिंग करने के बाद संभवतः कागजात अस्त-व्यस्त नहीं होते। वैसे ही स्टेपलर्स द्वारा पीनिंग करना अत्यंत आसान और सुविधाजनक होने से ही सर्वत्र स्टेपलर्स और पीनों का उपयोग किया जाता है। एक बार स्टेपलर्स खरीद लेने पर वह बार- बार खरीदना न पड़कर एक स्टेपलर सालों साल चलता हैं। पिन बार सेटअप आकार उसे सिर्फ जरुरत के अनुसार पीन्स् खरीदनें पड़ते हैं। एक माचिस जैसे छोटे बॉक्स में पाँच सौं से एक हजार पीनों के पॅडस बैठ सकते हैं।
स्टेपलर्स पीन के ऐसे बॉक्सो की कीमत भी दस से पंद्रह रुपये ही होती हैं। विविध कार्यालयों में स्टेपल पीन्स् का उपयोग होता ही हैं, परंतु कंपनी, कारखानें, औद्योगिक सभी प्रकार की उद्योगों की कार्यालयें, स्कूल महाविद्यालये, सभी प्रकार के व्यापारी इन्हें भी स्टेपलपीन की जरुरत होती हैं। इसी कारण स्टेपलपीनों को सभी क्षेत्रों में अच्छी माँग होने से छोटी-सी जगह में यदि यह व्यवसाय शुरु करके खुद ही मार्केटींग किया तो दोगुना फायदा मिल सकता हैं।
स्टेपलपीन तैयार करने का ट्रेनिंग स्टपलपीन मशीन बेचनेवाले वितरक वैसे ही मशीनरी के उत्पादक भी देते हैं। ॲटोमेटीक मशीनरी होने से माल तैयार करना वैसे बहुत-सा कठीन नहीं हैं। मशीनरी जिनसे खरीद करनी हैं उनका बिक्री प्रतिनिधी अथवा मशीन का तंत्रज्ञ आपके पास मशीन की जोड़ करते वक्त आपको पिन्स् कैसी तैयार की जाती हैं, इसकी जानकारी देता हैं।
थोड़े से अनुभव से भी आपको उत्पादन कैसे करते हैं, इसकी जानकारी मिल सकती हैं। जिनके पास खुद का मार्केटींग का अधिकतर ज्ञान है ऐसे उद्योग-व्यवसाय के खोज में होनेवाले लोगों ने इस व्यवसाय का अवश्य अध्ययन करना चाहिए।
Table of Contents
मार्केट :
स्टेशनरी और कटलरी के व्यापारी इनके पास स्टेपलपीनों की सबसे अधिक बिक्री होती हैं। स्टेपल पीन्स बेचनेवाले होलसेल व्यापारी और वितरक भी हैं। उन्हें जो चाहिए उस साईज के माल का उत्पादन हम उनसे ऑर्डर लेकर उन्हें दे सकते हैं। उसके साथ ही व्यापारी संस्था, दुकानदार, ऑफीसेस, कंपनियाँ, कारखाने, बैकों इन स्थानों पर प्रत्यक्ष जाकर उन्हें बिक्री करने आयेगी। बिक्री प्रतिनिधी नियुक्त करके डोअर मार्केटींग, शॉप टू शॉप, ऑफीस टू ऑफीस मार्केटींग किया तो सबसे अधिक माल की बिक्री होगी।
रॉ मटेरियल:
स्टेनलेस स्टील का कोटींग किया हुआ तार, ताँबे की तार, गोंद, पॉलिशिंग टेबल. पैकीग के छोटे बॉक्स आदि कच्चा माल लगेगा।
डाय फॉर क्लिप्स्, अॅटोमेटीक स्टेपल पीन मेकींन मशीन, पॉलिशींग ड्रम, आदि मशीनरी लगती हैं।
What is Pins
Pins एक Temporary Fastening बनाने का Object है जो Cylindrical or Taper आकार की हो सकती हैं जो जोड़ी आने वाले अंगों के Hole में डालकर एक Temporary Fastening बनाया जाता है। इसके प्रयोग द्वारा हम बहुत से बड़े नुकसान से बच सकते हैं मान लीजिए यदि मेरा Soft किसी दूसरे Soft से जोड़ा है I
और ज्यादा लोड पड़ने के कारण हमारा Soft टूट जाए तब क्या होगा उसमें हमारा खर्चा बहुत ही बढ़ जाएगा लेकिन यदि हम Pins का प्रयोग किए रहेंगे तो ज्यादा लोड पड़ने पर हमारा पिन ही टूटेगा और हमारा Soft बचा रह जाएगा l यह Mild Steel का बना होता है I इसकी Hardening की जाने वाली वस्तु के अनुसार की जाती है Hardening के लिए Heat Treatment का प्रयोग किया जाता है
Type of Pins.
Quick Release pin Fasteners.
इसका प्रयोग हम वहां करते हैं जहां Pins को बार-बार निकालना और लगाना पड़े यानी Joint को बार-बार खोलना और फिर लगाना पड़े I जैसे कि जब ट्रैक्टर और ट्राली को जोड़ा जाता है तो उस समय इस Pins का प्रयोग करते हैं
T-Hendle pin इस Pin को आसानी से निकाला वह लगाया जा सकता है जैसे कि चित्र में दिखाया गया सिर्फ हम पीले वाले भाग को ऊपर नीचे करते हैं और जो solid भाग है उसके छिद्र में डालकर इस Pin को लॉक कर देते हैं।
Semi Permanent Pin Fasteners इस Pins से हमें Joints बनाने में थोड़ी बहुत दिक्कत होती है हमें फोर्स लगाना पड़ता है तब जाकर यह pins जॉइंट बनाती हैं। यह दो प्रकार की होती हैं।
1-Machine Pins.
i-Dowel ii-Taper iii-Clevis. iv-Cotter or Split. v-Safety
2-Radial locking Pins
i- Dowel Pins
जैसा की figure में दिखाया जा रहा हैं डावल पीने बेलना कार होती हैं अपने आवश्यकता अनुसार बनाई जा शक्ति हैं इसके द्वारा दो वस्तुओं के बीच में सापेक्ष गति को रोका जाता है तथा इसके द्वारा किसी दूसरे Joint लगाने वाले Element को Support प्रदान किया जाता है यह प्राया मृदुल इस्पात की बनी होती है या फिर लगाए जाने वाले जॉइंट के हिसाब से हम Material को Select कर सकते हैं
ii-Taper पिन
जैसा की Figure में दिखाया गया है Taper पिन एक तरफ Diameter ज्यादा एक तरफ Diameter कम रहता है यह किसी भी Hole में आसानी से डाली जा सकते हैं और उसके बाद से उसके ऊपर हल्का प्रहार करके अंदर दबा के टाइप किया जा सकता है जिससे वह Joint बनाते हैं यह Generally मृदुल इस्पात की बनी होती है इसके अलावा हम इसे अपनी आवश्यकता अनुसार मटेरियल का बनाते हैं
यह Pins कभी-कभी नीचे साइड threaded होती है अपनी आवश्यकता अनुसार बनाया जाता है इसका प्रयोग हम साइकिल के Crank Shaft को जाम करने में करते हैं
3-Clevis पिन –
इस pin की आकृति फिगर में दिखाया गया है यह बेला कार होता है लेकिन इसके ऊपर हेड भी बना होता है इसके द्वारा जॉइंट लगाने के लिए हम hole में पिन को डाल देते हैं उसके बाद नीचे दिए गए Hole में एक split Pin डाल देते हैं और इसे मोड़ देते हैं split pin का Figer नीचे दिखाया गया है।
Split Pins
इसके अलावा भी बहुत सारी pins होते है जो बहुत कम use होते है I हमने पिन के बारे में थोडा बहुत जानने की कोसिस किये है I आपको मेरे साथ time बिताने के लिए धन्यवाद I
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