विक्रयकर्ता के प्रकार TYPES OF SALESPERSON
ऑर्डर लेने वालों के पास उत्पादों को बेचने और विक्रय बढ़ाने के लिए ग्राहकों को मनाने की जिम्मेदारी नहीं होती है। बल्कि, उन्हें केवल ग्राहकों के ऑर्डर बुक करने और वितरण व्यवस्था के लिए कंपनी को जानकारी देने की होती है। ऑर्डर लेने वाले को ग्राहक ऑर्डर के प्रकार क्या हैं के ऑर्डर की बुकिंग और डिलीवरी की तारीख के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
- आतंरिक ऑर्डर लेने वाले: ये खुदरा विक्रय में सहायता करते हैं (जैसे विशाल मेगामार्ट में विक्रय सहायक) | उन दुकानों पर जहाँ ग्राहक को विक्रयकर्ता की उपस्थिति के बिना उत्पादों का चयन करने की पूर्ण स्वतंत्रता होती है वहां पर इन विक्रय सहायकों का कार्य विशुद्ध रूप से लेन-देन – भुगतान प्राप्त करना और माल ग्राहक को सामान देना होता है। इनका एक अन्य रूप टेलीमार्केटिंग सेल्स टीम है जो टेलीफोन पर ग्राहकों के ऑर्डर लेकर फील्ड पर काम करने वाले विक्रयकर्ताओं का समर्थन करता है।
- बाहरी ऑर्डर लेने वाले: वे ग्राहकों तक स्वयं पहुँचते हैं | माल और ऑर्डर आदि की ट्रैकिंग के लिए लैपटॉप कंप्यूटरों का उपयोग करते हैं । ये सेल्सपर्स ग्राहकों से मिलते हैं, लेकिन उनका प्राथमिक कार्य ग्राहकों के अनुरोधों का जवाब देना है ना कि उन्हें सामान खरीदने के लिए मनाना |
- वितरणविक्रयकर्ता:वितरण विक्रयकर्ताओं का कार्य मुख्य रूप से उत्पाद का विक्रय करना होता है । भारत में, दूध, समाचार पत्र और पत्रिकाओं को दरवाजे तक पहुंचाया जाता है। दूध के ऑर्डर को बढ़ाने के लिए घरवालों को मनाने की बहुत कम कोशिश की जाती है या अखबारों की संख्या बढ़ाई जाती है: ऑर्डर साइज में बदलाव ग्राहक-चालित होते हैं। आदेश जीतना और हारना डिलीवरी की विश्वसनीयता और विक्रयकर्ता के व्यक्तित्व पर निर्भर करती है।
B. ऑर्डर-क्रिएटर / मिशनरी सैलस्पेशियन
ऑर्डर निर्माता ऐसे विक्रयकर्ता हैं जो ग्राहक को उत्पाद की ओर खींचने में मदद करते हैं। मिशनरी सेल्सपर्स सबसे अच्छा ऑर्डर क्रिएटर के उदहारण हैं | मिशनरी सेल्सपर्स खरीद ऑर्डर नहीं लेते हैं बल्कि वे उत्पाद और कंपनी का म्प्रचार प्रसार करते हैं । वे कंपनी की ख्याति बढ़ाने में मदद करते हैं और ग्राहकों को उत्पाद के बारे में शिक्षित करते हैं। वे सीधे ग्राहक तक नहीं पहुँचते बल्कि उन लोगों से संपर्क साधते हैं जो उत्पाद खरीदने के लिए ग्राहकों को निर्देशित करते हैं | उदाहरण के लिए, एक पुस्तक प्रकाशक का विक्रयकर्ता प्रोफेसर तक किताबें पहुचता जबकि वास्तविक खरीददार छात्र होते हैं किताबों का उपयोग करते हैं | ठीक इसी तरह दावा कंपनी के प्रतिनिधि विक्रयकर्ता डॉक्टरों के पास जाते हैं, डॉक्टर दवाओं का उपयोग नहीं करते हैं लेकिन मरीजों को दवाएं खरीदने की सलाह देते हैं।
C. ऑर्डर-गेटर्स / फ्रंट-लाइन विक्रयकर्ता
ऑर्डर-गेटर्स वह विक्रयकर्ता होते हैं जिनका प्रमुख उद्देश्य ग्राहकों को सीधे खरीदारी करने के लिए राजी करना होता है। उन्हें सम्भाव्यों से मिलना, बातचीत करना और कंपनी के लिए नए ग्राहक बनाने आवश्यकता होती है। ये कंपनी के लिए अग्रिम पंक्ति के विक्रयकर्ता हैं और इनमें नई संभावनाओं को पहचानने, समझाने और बातचीत करने और अंततः नए और लाभदायक व्यवसाय बनाने की क्षमता जैसे कई कौशल होने चाहिए। वे ग्राहकों को जानकारी प्रदान करते हैं, ग्राहकों को राजी करते हैं और विक्रय करते हैं। ऑर्डर गेटर्स का काम किसी भी अन्य प्रकार के विक्रयकर्ता की तुलना में सबसे चुनौतीपूर्ण है।
हर घर तिरंगा अभियान के तहत आप भी खरीदना चाहते हैं राष्ट्रीय ध्वज, 25 रुपये में यहां से कर सकते हैं ऑनलाइन ऑर्डर
Har Ghar Tiranga: ग्राहक ई पोस्टऑफिस पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे. तिरंगे की डिलीवरी आपके निकटतम डाकघर से होगी. राष्ट्रीय ध्वज की ऑनलाइन बिक्री के लिए विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
ई-पोस्टऑफिस/PTI
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 01 अगस्त 2022,
- (Updated 01 अगस्त 2022, 5:20 PM IST)
राष्ट्रीय ध्वज की ऑनलाइन बिक्री के लिए विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
Har Ghar Tiranga: ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत सभी नागरिकों से अपने-अपने घरों में 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराने की अपील की गई है. सरकार का लक्ष्य है कि इस दौरान 20 करोड़ घरों में तिंरगा फहराया जाए. इसी को ध्यान में रखते हुए हर पोस्ट ऑफिस में तिरंगा उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही संस्कृति मंत्रालय के चार ई-प्लेटफार्म्स पर भी इसकी उपलब्धता होगी.
विभाग ने अपने ई-पोस्टऑफिस पोर्टल से 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री का प्रस्ताव रखा है. ग्राहक इस पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे. तिरंगे की डिलीवरी आपके निकटतम डाकघर से होगी. 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अभियान के अंतर्गत प्रत्येक प्रधान डाकघर में एक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा.
ई-पोस्टऑफिस पोर्टल के माध्यम से राष्ट्रीय ध्वज की ऑनलाइन बिक्री के लिए विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जोकि इस प्रकार हैं.
एनआईसी 20 इंच x 30 इंच के राष्ट्रीय ध्वज (बिना पोल वाले ध्वज) की बिक्री के लिए ई-पोस्टऑफिस पोर्टल पर आवश्यक प्रावधान करेगा. प्रत्येक पोस्टमैन को भी यह झंडे जनता में बेचने के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे. डाकघर भी लोगों के बीच अधिक से अधिक झंडा पहुंचाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है.
भारतीय डाक विभाग ने इसके लिए टोकन मनी मात्र 25 रुपये रखी है. इसपर जीएसटी नहीं लगाया जाएगा. ये तिरंगे पॉलिस्टर के बने हुए हैं.
संसद मार्ग मुख्यालय को ई-पोस्ट ऑफिस पोर्टल के माध्यम से भुगतान प्राप्त करने के लिए नोडल कार्यालय के रूप में चुना गया है.
एनआईसी ई-पोस्टऑफिस पोर्टल के होम पेज पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का एक चित्र (आइकन) प्रदर्शित करने का प्रावधान किया गया है. इसे तिरंगे की ब्रिकी वाले फॉर्म के साथ हाइपरलिंक किया जाएगा. जिसपर क्लिक करने के बाद इंडिया पोस्ट की वेबसाइट का लिंक खुलेगा.
फॉर्म खरीदते हुए यूजर्स को अपना नाम, पता और तिरंगे की संख्या भरना होगा. जिसके बाद पेमेंट मोड में जाकर तिरंगा खरीदा जा सकेगा. एक बार ऑर्डर प्लेस होने के बाद इसे कैंसिल नहीं किया जा सकेगा. आपका नजदीकी पोस्ट ऑफिस आपको समय से पहले तिरंगा डिलीवर कर देगा.
चेक के प्रकार | Kind of cheque
Cheque is a type of payment instrument given by a bank to an account holder by which the customer can pay to another person without direct cash from his account.
चेक के प्रकार (Kind of cheque)-
चेक मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं। क्रॉस्ड चेक, बेयरर चेक, खुला चेक और आदेश चेक (There are mainly four types of checks. Crossed Cheque, Bearer Check, Open Check and Order Check.)
1. क्रॉस्ड चेक (Crossed Cheque)
Crossed cheque किसी विशेष व्यक्ति या संस्था के नाम से लिखा जाता है और ऊपर बायीं ओर दो समानांतर लाइनें खींच दी जाती हैं ऑर्डर के प्रकार क्या हैं जिनके बीच 'Account Payee' या संक्षेप में AC Payee लिखा जाता है। इस चेक से नकद निकासी नहीं होती और सम्बंधित व्यक्ति रोकड़ा (रुपया) केवल नामित व्यक्ति या संस्था के खाते में जमा हो सकती है।
Crossed check is written in the name of a particular person or organization and two parallel lines are drawn at the top left between them 'Account Payee' or abbreviation in AC Payee is written. There is no cash withdrawal from this check and the concerned person cash (Rupee) can only be credited to the account of the nominee or entity.
2. बेयरर चेक (Bearer Cheque)
Bearer Cheque वह चेक है जो account holder (खाताधारी) का कोई भी प्रतिनिधि बैंक में जाकर चेक को भुनाकर भुगतान प्राप्त कर सकता है। प्रतिनिधि को चेक देते समय चेक के पीछे हस्ताक्षर करने की आवश्यकता नहीं होती है, मात्र चेक दे देने से रोकड़ा की निकासी हो जाती है। ये चेक जोखिम युक्त (risky) भी हो सकते हैं क्योंकि यदि ये चेक गुम हो जाये और किसी को मिल जाये तो कोई भी बैंक जा कर इसे भुनाकर राशि प्राप्त कर सकता है। अतएव ऐसे चेक में काफी सावधानी की जरूरत होती है।
Bearer Check is that check which any representative of the account holder (account holder) can go to the bank and get payment by encashing the check. The representative is not required to sign the reverse of the cheque while handing over the cheque, the cash is cleared just by handing over the cheque. These checks can also be risky because if this check is lost and found by anyone, then anyone can go to the bank and get the amount by encashing it. Therefore, such checks require a lot of carefulness.
3. खुला चेक (Open Cheque)
खुला चेक वह चेक होता है जिसे बैंक में प्रस्तुत कर काउंटर पर ही नकद प्राप्त किया जा सकता है। Clarence के लिए आपको इंतज़ार करने की जरुरत नहीं है। give and take ओपन चेक को लेने वाला व्यक्ति काउंटर में जा कर तथा चेक दिखाकर ही रोकड़ा प्राप्त कर सकता है। व्यक्ति चाहे तो अपने अकाउंट में उस धन को transfer भी कर सकता है। या फिर चेक के पीछे हस्ताक्षर कर के किसी अन्य व्यक्ति को प्राधिकृत (authorizeed) भी कर सकता है।
Open check is a check which can be presented ऑर्डर के प्रकार क्या हैं to the bank and received cash over the counter. You don't have to wait for clarence give and take. The person taking the open check can go to the counter and get the cash only by showing the check. If the person wants, he can also transfer that money to his account. Or one can also authorize any other person by signing the back of the cheque.
4. आदेश चेक (Order Cheque)
Order Cheque चेक में 'bearer' शब्द को हटाकर उसके स्थान पर 'order' लिख दिया जाता है। इसमें खुले चेक की तरह चेक से अपने अकाउंट में राशि को ट्रान्सफर कर सकता है या चेक के पीछे हस्ताक्षर कर के किसी अन्य व्यक्ति को प्राधिकृत (authorize) भी किया जा सकता है।
Order Check In checks, the word 'bearer' is dropped and replaced with 'order'. In this, like an open cheque, one can transfer the amount to his account by check or can also authorize any other person by signing the back of the check.
आशा है, यह जानकारी महत्वपूर्ण एवं उपयोगी होगी।
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(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
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(संबंधित जानकारी नीचे देखें।)
स्विगी हो या जोमैटो, खाना ऑर्डर करने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन फूड ऑर्डर करने का प्रचलन काफी बढ़ गया है। आप भी अक्सर स्विगी या जोमैटो से खाना ऑर्डर करके मंगाती होंगी। लेकिन ऑनलाइन फूड ऑर्डर करते समय आपको कई सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि ऑनलाइन डिलीवरी के दौरान आपको किसी प्रकार की परेशानी ना हो और आपके घर पर सही से फूड डिलीवरी भी हो जाए। तो चलिए जानते हैं इन सभी जरूरी बातों के बारे में।
1)कॉन्टैक्टलेस डिलीवरी का ऑप्शन चुनें
आज के समय में कई प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं। ऐसे में आपको कॉन्टैक्टलेस डिलीवरी का ऑप्शन सेलेक्ट करना चाहिए ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रहे। कॉन्टैक्टलेस डिलीवरी करने से डिलीवरी करने वाला व्यक्ति खाना आपके घर बाहर ही छोड़ देता है और डोर बेल बजाकर आपको इंफॉर्म करता है।
अगर आपका घर किसी सोसायटी या फिर अपार्टमेंट्स में है तो डिलीवरी करने वाला व्यक्ति सोसायटी के बाहर मौजूद गार्ड को आपका ऑर्डर दे देता है जिससे आप ऑर्डर कलेक्ट किया जा सकता है।
इसके साथ-साथ आपको ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त कैश के लेनदेन से बचना चाहिए ताकि आपके पास पेमेंट से जुड़ी हुई पूरी जानकारी रहे।
2)रिव्यू देखकर करें डिलीवरी
आपको ऑनलाइन फूड ऑर्डर करते समय होटल या फिर रेस्तरां के बारे में रेटिंग को जरूर चेक कर लेना चाहिए। (ऑनलाइन शॉपिंग करते समय कहीं आप भी तो नहीं करते यह गलतियां)इसके साथ-साथ आपको लोगों के द्वारा लिखे हुए रिव्यू को जरूर चेक कर लेना चाहिए क्योंकि कई बार होटल या फिर रेस्तरां की रेटिंग ज्यादा होती है पर लोगों के द्वारा लिखे गए रिव्यू से यह पता चलता है कि खाने की क्वालिटी अच्छी नहीं है।
इस वजह से आपको यह पता रहना चाहिए कि लोगों को उस रेस्तरां का खाना कैसा लग रहा है जिससे आप खाने को ऑर्डर करने जा रही हैं।
3)पैकेजिंग को तुरंत हटाएं
अगर आप उन लोगों में से हैं जो फूड डिलीवरी के बाद उस पैकेजिंग को ऐसे ही बहुत वक्त तक रखें रहने देते हैं और काफी समय बाद खोलकर खाते हैं तो आपको यह काम नहीं करना चाहिए क्योंकि ज्यादातर फूड डिलीवरी प्लास्टिक पैकेजिंग में की जाती है और अगर आप लंबे समय तक उसमें खाना रखेंगी तो आपके स्वास्थ्य के लिए यह हानिकारक साबित हो सकता है।
आपको खाना डिलीवर होने के बाद उसकी पैकेजिंग को तुरंत हटाना चाहिए और फिर खाने को गर्म करके ही खाना चाहिए।
तो ये थी वो सभी बातें जो आपको ऑनलाइन खाना ऑर्डर करते वक्त ध्यान रखना चाहिए। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
डाकघर से 25 रुपये में ऑनलाइन मंगाएं तिरंगा, जानें डिलीवरी चार्ज और ऑर्डर करने का तरीका
हर घर तिरंगा अभियान से आम लोगों को जोड़ने की कवायद डाक विभाग ने तेज कर दी है। भारतीय डाक के इस पहल पर आम लोग घर बैठे 25 रुपये में ऑनलाइन अथवा अपनी नजदीकी डाक घर से तिरंगा खरीद सकेंगे।
लखनऊ। हर घर तिरंगा अभियान से आम लोगों को जोड़ने की कवायद डाक विभाग ने तेज कर दी है। भारतीय डाक के इस पहल पर आम लोग घर बैठे 25 रुपये में ऑनलाइन अथवा अपनी नजदीकी डाक घर से तिरंगा खरीद सकेंगे। तिरंगा घर पहुंचने पर किसी प्रकार का कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। तिरंगा शहर से लेकर गांव तक पोस्ट ऑफिस में बिकेगा। ऑनलाइन तिरंगा बुकिंग के लिए पोस्ट ऑफिस की ओर से www. epostoffice. gov. in पोर्टल लांच किया गया है। इस पोर्टल पर लोग घर बैठे तिरंगा खरीद सकेंगे। जीपीओ में अतिरिक्त काउंटर हैं।
हर घर तिरंगा अभियान के तहत यहां सुविधा
पोस्टमास्टर जनरल विवेक दक्ष ने बताया कि हर घर तिरंगा अभियान के चलते जीपीओ से लेकर चौक, अलीगंज, महानगर, निरालानगर, आलमबाग, गोमतीनगर, इंदिरानगर, दिलकुशा, विकासनगर डाक घरों में तिरंगा की बिक्री शुरू हो गई है।
हर नागरिक देश भक्त, घर पर झंडा कंपल्सरी क्यों. तिरंगा अभियान पर ये क्या बोल गए सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क
कीमत और आकार
भारतीय ध्वज का आकार 20 इंच x 30 इंच आकार (बिना डंडे के) है। तिरंगे का बिक्री मूल्य 25/- रुपये प्रति पीस है। भारतीय झंडे पर कोई जीएसटी नहीं है। ध्वज का वितरण निकटतम डाकघर द्वारा निःशुल्क किया जाएगा। किसी भी ऑर्डर पर डिलीवरी चार्ज नहीं लगाया जाएगा।
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