बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
Bitcoin क्या है | क्या Bitcoin में पैसा इन्वेस्ट करना सही है
Bitcoin क्या है, क्या Bitcoin में पैसा इन्वेस्ट करना सही है, यह आज के समय में चर्चा का विषय बना हुआ है और बहुत से लोग आज इसके बारे में जानने के लिए बहुत ही ज्यादा उत्सुक हैं। यह कैसे डिजिटल transaction के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला है यह आज बहुत बड़ा प्रश्न है।
टेबल ऑफ कंटेन्ट
Bitcoin एक cryptocurrency है, जो असल में कोई वास्तविक मुद्रा नहीं है, यह एक आभासी मुद्रा है। इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है। इसे हम स्पर्श नहीं कर सकते हैं।
Bitcoin का इतिहास क्या है?
इस virtual currency (आभासी मुद्रा) का निर्माण जापानी नागरिक Satoshi Nakamoto ने की थी। और इसका चलन 3 जनवरी 2009 से शुरू हुआ था। शुरुआती दिनों में इसकी कीमत लगभग 36 पैसे के बराबर थी ।
वर्तमान में इसकी कीमत अमरीकी डॉलर $33000 के आस पास है, यदि हम इसे भारतीय मुद्रा रुपये में बदले तो इसकी कीमत 24 लाख 60 हजार रुपये के आसपास है। इसका मतलब यह दोस्तों यदि हम सन् 2009 में इसके बारे में जानते और केवल 100 रूपये इस मुद्रा में निवेश करते तो आज क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? हमारे पास 10 से 11 करोड़ रुपये होते। यदि कोई अपने पास Bitcoin रखता है तो वह आम ख़रीदारी की तरह ही डिजिटल रूप से ख़रीदारी कर सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
एक क्रिप्टोकरेंसी, मोटे तौर पर आभासी या डिजिटल पैसा है जो टोकन या “सिक्कों” का रूप लेता है। हालांकि कुछ क्रिप्टोकरेंसी ने क्रेडिट कार्ड या अन्य Projects के साथ भौतिक दुनिया में कदम रख चुके हैं परंतु अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से अमूर्त हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में जटिल क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है यह Peer to Peer Electronic System के आधार पर कार्य करता है। जो विकेंद्रीकृत प्रणालियों में डिजिटल मुद्राओं और उनके लेनदेन और प्रसंस्करण की अनुमति देता है। इस प्रकार के लेनदेन में केंद्रियों बैंकों का नियंत्रण नहीं होता है।
क्रिप्टोकरेंसी को सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने के लिए डिज़ाइन किया गया है, हालाँकि जैसे-जैसे वे अधिक लोकप्रिय होते गए हैं, इनका विरोध भी कई देशों में शुरू हो गया है और यही मूलभूत पहलू जो की सरकारी नियंत्रण में न होना है इसके वजह से चपेट में आ गया है।
क्या Bitcoin में पैसा इन्वेस्ट करना सही है?
आजकल Bitcoin के प्रभाव को देखते हुए लोग इसके प्रति आकर्षित होते जा रहे हैं क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? इसका मुख्य कारण है क्रिप्टोकरेंसी का सरकारी नियंत्रण से मुक्त होना। आप सोचकर देखिये यदि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमे निवेश करते हैं तो किसी भी देश की सरकार इसके लिए क्या कदम उठाएगी नहीं, जरूर उठाएगी और इसे अपने नियंत्रण में लाने से भी चूकेगी नहीं।
कई देशों के अलग-अलग हिस्सों में इसके इस्तेमाल के ऊपर पाबन्दियाँ और व्यापक विरोध के कारण इसके मार्केट वैल्यू में गिरावट देखी जा रही है। यह एक मजबूत Crypto Currency भी है तो हो सकता है यह इन परिस्थितियों से उभर भी जाये और आपके द्वारा किए गए निवेश से आपको लाभ भी मिले। यह तो स्पष्ट है की सरकारी नियंत्रण से मुक्त होना ही Crypto Currency के लिए सबसे बड़ा चुनौती है।
वर्तमान समय में कई ऐसे वेबसाइट भारत में भी लॉन्च हो गये हैं जिनके माध्यम से अलग-अलग Crypto Currency में आसानी से निवेश किया जा सकता है । ऐसे निवेश हमेशा से जोखिमों के अधीन होते हैं अतः आप अपने पैसे सोच समझकर ही क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? निवेश करें ।
क्यों डूब सकता है बिटकॉइन में लगा आपका पैसा, ये हैं वजहें
पेठे ने बताया कि जब मैंने कंपनी को कई बार फोन और दूसरे तरीके से संपर्क साधा तो अंत में तीन महीने बाद उनके अकाउंट में पैसा आया. पेठे का कहना है कि अब मुझे इस बात का डर लगने लगा है कि इस क्रिप्टोकरेंसी की स्कीम में मेरा किया हुआ निवेश डूबेगा तो नहीं. इसे देखकर पेठे जल्द से जल्द अपना पैसा निकालना चाहते हैं. और भविष्य में वह इस तरह के निवेश से बचना चाहते हैं.
Bitcoin is a cryptocurrency, or a digital currency, that uses rules of cryptography for regulation and generation of units of currency.
तो क्या क्रिप्टो करेंसी लीगल हो गई?
बजट में हुए इस ऐलान के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? जवाब है- नहीं. इसे ऐसे समझिए, सरकार सिर्फ उस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लीगल यानी वैध मानती है, जिसे Reserve Bank of India-RBI जारी करता है या करेगा. मतलब अभी जो Bitcoin जैसी Crypto Currency हैं, वो वैध नहीं है. बजट भाषण के बाद पत्रकारों से सवाल-जवाब में वित्तमंत्री ने साफ किया कि क्रिप्टो की वैधता को लेकर सरकार में चर्चा जारी है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क के बाहर जो भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, वे करेंसी नहीं हैं. अगर कोई आपसे कहे कि ये लीगल हो गई हैं तो जब तक सरकार नहीं कहती, मानिएगा नहीं. यहां पर गौर क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? करने की बात ये भी है कि सरकार अप्रैल से शुरू होने वाले कारोबारी साल में अपनी डिजिटल करेंसी लाने की भी तैयारी में है जिसका जिक्र वित्तमंत्री ने अपने भाषण में किया. जाहिर है ये करेंसी पूरी तरह लीगल होगी.
वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?
आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? सकेंगे.
सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.
गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.
एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.
क्या है बिटकॉइन, कैसे काम करती है और कितनी सुरक्षित है, यहां मिलेगा जवाब
दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.
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