Upstox क्या है? अपस्टॉक्स एप्प में Demat Account कैसे बनायें? हिंदी में।

Upstox kya hai- Upstox me Demat & Trading Account Kaise Open Kare

Upstox App Kya Hai: आजकल Share Market में निवेश करना बहुत आसान हो गया है। इसका सबसे बड़ा कारण Internet है। इस वजह से, बाजार में ऐसे कई ट्रेडिंग मोबाइल ऐप (Trading Mobile App) है। जिसमें आप अपना डीमैट अकाउंट (Demat Account) और ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) बनाकर शेयर बाजार निवेश कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। इन मोबाइल ऐप्स में से आज सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग ऐप Upstox App है।

इस लेख में हम जानेंगे कि Upstox क्या है?अपस्टॉक्स में Demat Account और Trading Account कैसे बनाये?Upstox से पैसे कैसे कमाए?, अपस्टॉक्स का कस्टमर केयर नंबर क्या है? अगर आप अपस्टॉक्स के बारे में सारी जानकारी चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है।

Upstox kya hai- Upstox me Demat & Trading Account Kaise Open Kare

Upstox App का मालिक कौन है?

Upstox कंपनी का स्वामित्व RKSV Securities Pvt. Ltd स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंस्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें ट कैसे खोलें के पास है।और इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। कंपनी का गठन वर्ष 2009 में सह-संस्थापक (Co- Founder) श्री रवि कुमार और श्री रघु कुमार द्वारा किया गया था। इसका मकसद ऑनलाइन ट्रेडिंग को बढ़ावा देना था। आज अपस्टॉक्स कंपनी भारत की सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनियों में से एक है।

Upstox क्या है? (What is UpStox in Hindi?)

Upstox एक भारतीय Online Trading Mobile App है। जहाँ पर आप Demat Account और Trading Account खोलकर स्टॉक मार्किट में म्यूच्यूअल फण्ड, सिप (SIP),आईपीओ(IPO), सिक्योरिटीज, और कंपनी बांड्स में निवेश करके अच्छा पैसा कमा सकते है।

अपस्टॉक्स भारत में दूसरी सबसे बड़ी Discount Stock Broker कंपनी है जो निवेशकों को ब्रोकरेज और निवेश सलाहकार सुविधाएं प्रदान करती है।

Upstox पिछले 10-12 वर्षो से निवेशकों को ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधा प्रदान कर रहा हैं। कंपनी के ग्राहकों की बात करें तो यहां 1 लाख से ज्यादा ग्राहक इस एप्लीकेशन के जरिए शेयर बाजार में ट्रेड करते हैं।

अपस्टॉक्स ऐप निवेशकों के लिए कितना अच्छा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस ऐप की Rating Play Store पर 4.5 और App Store स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें पर 4.3 है।

Quick Overview of Upstox App in Hindi

Upstox-Referral-Income

Upstock App को किसी व्यक्ति को refer करने के लिए My Account में जाएँ। इसके बाद यहाँ आपको Refer and Earn का ऑप्शन मिलेगा। जिस पर क्लिक करके Referral link को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को शेयर करें। जितने भी लोग आपके Refer से Upstox App Join करेंगे उतनी ज्यादा आपकी कमाई होगी।

अपस्टॉक्स Refer द्वारा कमाया गया पैसे अपने बैंक अकाउंट में तुरंत ट्रांसफर कर सकते है।

Upstox Customer Care Number

Upstox App सम्बंधित किसी भी तरह की समस्या होने पर आप Upstox कस्टमर केयर से संपर्क करके उसका हल निकल सकते है। जिसके लिए निम्नलिखित संपर्क है।

Customer Care Number for Old User

  • Time: 09:00AM to 11:00PM
  • Customer Care Number: 022-4179 2999, 0226904 2299, 022 7130 9999
  • Chat Service Link: https://help.upstox.com/support/home
  • Upstox Email:[email protected]

Customer Care for New User Account

  • Time: 09:00AM to 11:00PM
  • Customer Care Number : 022 4179 2991, 022 6904 2291, 022 7130 9991
  • Chat Service Link: https://help.upstox.com/support/home
  • Upstox Email:[email protected]

यह भी पढ़ें:

FAQ: अपस्टोक्स से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल।

हाँ, Upstox App का इस्तेमाल करना फ्री है और इसके लिए एक पैसा भी भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। हाँ डीमैट अकाउंट बनाने और खरीद और बिक्री से संबंधित अन्य शुल्क हैं, लेकिन अपस्टॉक्स ऐप के इस्तेमाल करने पर कोई चार्जेज नहीं है।

Upstox में Demat और Trading Account ऑनलाइन खोलने के लिए आपके पास PAN Card, Aadhaar Card, Bank details, Mobile नंबर,

अपस्टॉक्स डीमैट खाते को कैंसिल करने के लिए Upstox की रजिस्टर्ड वेबसाइट से Cancel Form को डाउनलोड करें। उसका प्रिंट निकालें और उसे भरकर Unused DIS पर्ची के साथ कंपनी के रजिस्टर्ड पते पर कूरियर कर दें।

निष्कर्ष: म्यूच्यूअल फण्ड क्या होता है?

दोस्तों, उम्मीद है की मैंने आपको Upstox क्या है? अपस्टॉक्स एप्प में Demat Account कैसे बनायें? हिंदी में। के बारे में पूरी जानकारी दी है। और उम्मीद करता हु की अपस्टॉक्स में Trading कैसे करें? और पैसे कैसे कमाए? आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा।

आपको कैसी लगी हमारी पोस्ट Upstox क्या है? अपस्टॉक्स एप्प में Demat Account कैसे बनायें? पूरी जानकारी हिंदी में। हमें कमेंट बॉक्स में Comment करके जरूर बताये। इसके अलावा आपके मन में कोई सवाल है तो आप comment box में पूछ सकते है। मै पूरी कोशिश करूँगा आपके सवालो का जवाब देने की।

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नमस्ते! मेरा नाम सोनू सिंह है और इस Best Hindi Blog पर अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से Blogging, Earn Money, बैंकिंग, इंटरनेट, टेक्नोलॉजी आदि से संबंधित उपयोगी और मददगार जानकारी शेयर करता हूं। साथ ही मैं WeKens.com का Founder भी हूं। हमारे ब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद!

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले ?

नमस्ते दोस्तों ! स्वागत है आपका इस आज के धमाकेदार Article में। आज हम पढ़ने वाले हैं कि, डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें ? आज के इस लेख में हम डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में पूरी जानकारी देंगे। डिमैट अकाउंट क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट क्या है, डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए, ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट के बीच का अंतर समझेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं.

Table of Contents

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? ( What Is Demat & Trading Account ?)

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले ?

हमारे पास जो कमाए हुए या बचाए हुए पैसे होते हैं, उस पैसे को कई सुरक्षित जगह रखने के लिए हम बैंक में बैंक अकाउंट खोलते हैं। जिस तरह से पैसे रखने के लिए बैंक अकाउंट होता है, उसी तरह से शेयर मार्केट में होल्ड किए हुए शेयर को संग्रहित करने के लिए डिमैट अकाउंट होता है। शेयर मार्केट में व्यापार (Trade) करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होता है।

डिमैट अकाउंट क्या है ? (What Is Demat Account ?)

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए डिमैट अकाउंट जरूरी होता है। भारत में डिमैट अकाउंट सिस्टम 1996 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शुरू हुई थी। डिमैट अकाउंट सिस्टम को 1996 में ही सेबी द्वारा शुरू किया गया था। डिमैट अकाउंट में आप ने खरीदे हुए शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किए जाते हैं। भारत में डिमैट अकाउंट सिस्टम आने से पहले स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें पेपर वर्क के द्वारा शेयर को बेंचा या खरीदा जाता था। उसमें शेयर धारकों को शेयर सर्टिफिकेट बांटा जाता था।

डिमैट अकाउंट का पूरा नाम Dematerialisation होता है। डिमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है, जहां हमने खरीदकर होल्ड किए हुए शेयर्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किया जाता है। आपने अगले कुछ सालों के लिए ख़रीदे हुए शेयर यहां पर संग्रहित होते हैं।

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? (What Is Trading Account ?)

शेयर मार्केट में व्यापार (Trade) करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट का होना जरूरी होता है। शेयर की लेन-देन करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट जरूरी होता है। ट्रेडिंग अकाउंट आपके डिमैट अकाउंट और बैंक के बीच एक कड़ी का काम करता है। ट्रेडिंग अकाउंट आपके वित्तीय साधनों (Financial Instruments) में ट्रेड करने के लिए होता है।

क्या हम बिना ट्रेडिंग खाता के डिमैट खाता रख सकते हैं ?

यह बिलकुल संभव है।यदि आप IPO के लिए अप्लाई करते हैं, तो आवंटन (Allotment) किये हुए शेयर्स को रखने के लिए आपको केवल डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है। यदि आप इस शेयर्स को बेचना नहीं चाहते, सिर्फ Hold करते हो तो, डिमैट अकाउंट ही पर्याप्त है। यदि आप इस शेयर्स को बेचना चाहते हो तो, आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा।

क्या हम बिना डिमैट अकाउंट के ट्रेडिंग अकाउंट को रख सकते हैं ?

डिमैट अकाउंट की जरूरत तभी होती है, जब आप शेयर्स होल्ड कर के संग्रहीत करके रखना चाहते हैं। इसलिए अगर आप शेयर मार्केट में सिर्फ व्यापार करना चाहते हैं, तो आप फ्यूचर और ऑप्शंस करने के लिए सिर्फ एक ट्रेडिंग स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें अकाउंट भी खोल सकते हैं। यदि आप इक्विटी में व्यापार करना चाहते हैं तो आपको डिमैट अकाउंट खोलना जरूरी होता है। सेबी के नियम आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट के साथ स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें डिमैट अकाउंट को खोलने पर जोर देते हैं।

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए कौन-से डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है ?

डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट :

  • पहचान का सबूत (Proof of Identity) निम्नलिखित में से कोई एक
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • वोटर आइडेंटिटी कार्ड
  • पते का प्रमाण (Proof of Address) निम्नलिखित में से कोई एक
  • आधार कार्ड
  • रेशन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • बैंक पासबुक

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट:

  • पहचान का सबूत (Proof of Identity) निम्नलिखित में से कोई एक
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडेंटिटी कार्ड
  • पते का प्रमाण (Proof of Address) निम्नलिखित में से कोई एक
  • आधार कार्ड
  • रेशन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • बैंक पासबुक
  • आय का प्रमाण (Proof of Income) निम्नलिखित में से कोई एक
  • ITR (Acknowledgement Copy)
  • सैलरी स्लिप
  • स्टेटमेंट ऑफ डिमैट अकाउंट होल्डिंग
  • करंट बैंक अकाउंट स्टेटमेंट (6 महीने तक)
  • बैंक अकाउंट का प्रमाण (Proof of Bank Account)
  • कैंसिल चेक

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है ? (What Is Difference Between Demat & Trading Account ?)

  • डिमैट अकाउंट में हमने खरीदे हुए शेयर्स ज्यादा समय के लिए संग्रहीत किए जाते है।
  • ट्रेडिंग अकाउंट आपको शेयर की लेनदेन करने के लिए होता है।
  • शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए डिमैट अकाउंट जरूरी होता है।
  • शेयर मार्केट में ट्रेड करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होता है।
  • एक डिमैट अकाउंट आपके स्वामित्व (Ownership) वाले शेयर्स और प्रतिभूतियों (Securities) को दिखाता है।
  • एक ट्रेडिंग अकाउंट आपके द्वारा शेयर बाजार में अब तक किए गए लेन-देन का विवरण दिखाता है।
  • एक निवेशक जो IPO के लिए आवेदन करना चाहता है उसके पास एक डिमैट अकाउंट होना चाहिए।
  • आईपीओ के लिए आवेदन करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी नहीं है।
  • डिमैट अकाउंट का उपयोग होल्ड किए हुए शेयर्स को संग्रहित करने के लिए होता है।
  • ट्रेडिंग अकाउंट आपके डिमैट अकाउंट और बैंक के बीच एक कड़ी का काम करता है।
  • आपके डिमैट अकाउंट में एक डिमैट नंबर होगा जिसका उपयोग आपके खाते की विशिष्ट रूप से पहचान करने के लिए किया जा सकता है।
  • ट्रेडिंग अकाउंट को एक विशिष्ट ट्रेडिंग नंबर होगा जिसका उपयोग व्यापार करने के लिए किया जा सकता है।

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कौन से स्टॉक ब्रोकर से खोलें ?

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक अच्छे स्टॉक ब्रोकर से खोलना बहुत जरूरी है। एक अच्छी सेवा देने वाले स्टॉक ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट खोलना जरूरी है। नीचे दिए हुए लिंक से आप अपना डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट भारत के टॉप स्टॉक ब्रोकर से खोल सकते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस महत्वपूर्ण लेख में हमने पढ़ा की डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें ? शेयर मार्केट में अपना पहला कदम रखने के लिए आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है, यह हमने समझा शेयर मार्केट में आपको ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट और इन्वेस्टिंग करने के लिए डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। इसी तरह से हमने ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट के बीच के भेद को समझा। आज के इस Article को पढ़ने के लिए आप सभी का हृदय पूर्वक धन्यवाद.

डिमैट अकाउंट क्या है ?

डिमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है, जहां हमने खरीदकर होल्ड किए हुए शेयर्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किया जाता है।

TRADING ACCOUNT कैसे ओपन किया जाता है,

Zerodha

सबसे पहली बात जो हमें याद रखनी चाहिए कि ट्रेडिंग अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के पास खोला जाता है, और सभी स्टॉक ब्रोकर एक रजिस्टर्ड कंपनी होती है, और SEBI के अनुसार भारत में अभी तक लगभग 8 हजार स्टॉक ब्रोकर कम्पनी रजिस्टर्ड है,

ऐसे में अगर हमें ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना है तो सबसे पहले हमें ये तय करना होता है कि हम किस ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करे, आप नीचे दिए गए लिंक पर सभी रजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर की लिस्ट को देख सकते है-

और इन सभी स्टॉक ब्रोकर में से हमें तय करना होगा कि हम किस ब्रोकर के पास अपना अकाउंट ओपन करे, किसी अन्य आर्टिकल में हम देखेंगे की स्टॉक ब्रोकर का चुनाव कैसे करे,

फ़िलहाल यहाँ अगर आप एक बार ये तय कर लेते है कि आपको XYZ, किस ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें ओपन करना है, फिर आप उस कंपनी के नजदीकी ब्रांच ऑफिस में जाकर अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भर कर दे सकते है, साथ आपको अपने कुछ KYC के DOCUMENTS और बैंक अकाउंट की डिटेल्स देनी होती है,

दूसरी तरफ आजकल अकाउंट ओपन करने के लिए आप स्टॉक ब्रोकर कम्पनी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म और और KYC डाक्यूमेंट्स की SCANNNED COPIES को आप उस फॉर्म के साथ अपलोड कर सकते है, और बाद में आप कूरियर की मदद से अपनी SELF ATTESTED KYC डाक्यूमेंट्स और ओरिजिनल FORM कम्पनी के पास भेज सकते है, और स्टॉक ब्रोकर कंपनी जैसे ही आपके डाक्यूमेंट्स को वेरीफाई कर लेती है, और फिर आपका ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कर दिया जाता है,

यहाँ एक बात और ध्यान रखने वाली बात है कि, अधिंकाश केस में स्टॉक ब्रोकर कम्पनी ट्रेडिंग अकाउंट और DEMAT ACCOUNT साथ ही साथ ओपन कर देती है,

ट्रेडिंग अकाउंट को हम कैसे काम में लेते है,

ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से ही हम स्टॉक मार्केट में किसी स्टॉक को खरीदने या बेचने का आर्डर अपने स्टॉक ब्रोकर को देते है,और फिर हमारा स्टॉक ब्रोकर हमारे आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज तक पहुचाता है, और हमारा आर्डर कम्पलीट होने पर स्टॉक ब्रोकर हमें आर्डर कम्पलीट होने का कन्फर्मेशन और डिटेल्स भेज देता है,

आज ये सभी कम ऑनलाइन होता है, और इन्टरनेट की मदद से हमें स्टॉक ब्रोकर द्वारा दिए गए सॉफ्टवेयर की हेल्प से हम अपने ट्रेडिंग अकाउंट में लोग इन करके, उसमे फण्ड को पहले ऐड करते है, फिर स्टॉक खरीदने का आर्डर दे सकते है, और आर्डर कम्पलीट होने पर हमारे ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे कट जाते है, और हमें स्टॉक मिल जाते है,

ठीक इसी स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें तरह जब हम स्टॉक बेचते है, तो स्टॉक बेचने पर मिलने वाली धनराशी हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाती है,

TRADING ACCOUNT खोलने के लिए आवश्यक DOCUMENTS

TRADING ACCOUNT ओपन करने स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें के लिए स्टॉक ब्रोकर कम्पनी द्वारा मांगे जाने वाले सामान्य डाक्यूमेंट्स

  1. Pan card
  2. Photographs: Passport Size Photograph
  3. Address proof: आधार कार्ड /Voter id/Pass port/Driving license
  4. Income proof: स्टॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें Recent six months bank statement, ITR Form-16, recent pay slip any one
  5. Bank proof: Cancel cheque

TRADING ACCOUNT फ़ीस कितना होता है,

ट्रेडिंग अकाउंट का फीस, सभी स्टॉक ब्रोकर का अलग अलग हो सकती है, अगर सामान्य बात की जाये तो 200 से लेकर 1000 रूपये या उस से ज्यादा भी हो सकता है,

ऐसे में हमें ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करते समय, स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करते समय ही स्टॉक ब्रोकर द्वारा अकाउंट खोलने के चार्जेज और ब्रोकरेज चार्ज और उसके द्वारा दी जाने वाली सारी सुविधाओं का ध्यान पहले ही रखना चाहिए,

जिस से की हमें ज्यादा फीस या ब्रोकरेज न देने पड़े.

अगर पोस्ट अच्छा लगा तो नीचे अपना कमेंट या सवाल जरुर लिखे,

अमेरिकन स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट कैसे करें ?

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Developed Country अमेरिका के स्टॉक मार्केट में हर कोई इनवेस्ट करना चाहता है और हम इंडियन्स तो खासकर इनवेस्टमेंट के लिए काफी उत्साहित रहते हैं। दुनिया की लगभग सारी बड़ी कंपनियां यूएस की ही हैं, यहां तक 1 ट्रिलियन M arket Valuation क्लब की चारों कंपनियां A pple, Microsoft, Amazon & Google भी US based कंपनियां हैं। दरअसल ज्यादा V aluation वाली इन कंपनियों में थोड़े से बदलाव में ही हमको अच्छा खासा Profit मिल जाता है।

अभी हाल ही में Johy Ivy के एपल छोड़कर जाने की खबर पर एपल के शेयर्स की कीमत 1% गिर गई थी। सिर्फ 1 % शेयर्स के कम होने की वजह से एपल कंपनी की Market Value 9 बिलियन डॉलर यानि करीब 62, 000 करोड़ कम हो गई थी।

आपको बता दें कि यूएस की कंपनियों में बड़े पद पर ज्यादातर इंडियन्स ही हैं। जैसे- Google के CEO सुंदर पिचाई, Microsoft के CEO सत्या नडेला , Adobe के CEO शांतनु नारायण।

US Stock Market में Investment के दो तरीके हैं-

1. F oreign Brokerage Firm से tie-up वाले Indian Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर।

2. D irect Foreign Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर।

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Indian Brokerage Firm से ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाकर-

कोई भी इंडियन जो कि यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहता है, वह F oreign Brokerage Firm से tie-up वाले Indian Brokerage Firm में अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकता है। इस तरह के ट्रेडिंग अकाउंट को O verseas अकाउंट कहते हैं। इंडिया में F oreign tie-up के Brokerage Firms कई सारे हैं,जैसे- ICICI direct, HDFC Securities, Kotak Securities, Reliance Money.

स्टेप्स कुछ ऐसे हैं-

1) सबसे पहले आपको FF oreign tie-up वाले ब्रोकर Firm में ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाना होगा।

2) KYC के लिए जरूरी सभी डाक्यूमेंट सबमिट करने होगें।

3) अकाउंट ओपन होने के बाद आपको फंड ट्रांसफर करना होगा और फिर A 2 Form भरना होगा। A2 Form के जरिए आप Foreign Exchange अपने अकाउंट में receive कर पाएंगे। ये F orm आपको Brokerage Firm खुद प्रोवाइड करता है।

4) फंड ट्रांसफर होने के बाद ही आप ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग कर सकते हैं। इससे पहले आपको E xecutive Trade के लिए C ontract Notes मिलते है, जो आपके इनबॉक्स में भेजा जाता है।

इसके बाद आप F oreign C ompanies के शेयर्स खरीद पाएंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि आप Foreign E xchange पर M argin Trading और Short Selling नहीं कर सकते हैं, क्योंकि ये दोनों M ethod Indian Investors के लिए A llowed नहीं हैं।

Foreign Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर-

आप डायरेक्ट Foreign Brokerage में ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकते हैं। फॉरेन के कई Brokerage Firm- Interactive Brokers, TD Ameritrade, Charles Schwab International Account etc इंडियन्स के लिए ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने की Permission देते हैं।

इस समय एक फायनेशियल ईयर में कोई भी इंडियन यूएस स्टॉक मार्केट में 2,50,000 डॉलर यानि करीब 1.7 करोड़ रुपये की इनवेस्टमेंट कर सकता है और यही LRS (Liberalized Remittance Scheme) की M aximum Price है।

US Stock Market में इनवेस्ट करने के कुछ फायदे है और कुछ नुकसान भी हैं-

1 > ’ Foreign Broker ’ Foreign Exchange में ब्रोकरेज चार्ज डॉलर में लेते हैं, इसलिए हम इंडियन्स के लिए ब्रोकरेज चार्ज ज्यादा हो जाता है।

2> एक्सचेंज रेट का काफी ज्यादा I mpact पड़ता है, जब भी D ollar Fluctuate होता है तो हमारी Currency की V alue भी F luctuate हो जाती है।

3> अगर आप G lobal Business Factors और E conomics Conditions नहीं जानते हैं तो आपके लिए यूएस स्टॉक मार्केट D angerous साबित हो सकता है।

यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट करके आप अपनी इनवेस्टमेंट स्किल को बढ़ा सकते हैं।

क्या आप जानते हैं कि US में लगभग 60% लोग स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करते हैं पर इंडिया में सिर्फ 4% से 5% लोग ही Stock Market में Invest करते हैं।

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