कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के लिए यहां जानिए आसान तरीके
अगर आप कमोडिटी वायदा बाजार (Commodity Futures Market) में ट्रेडिंग (Trading) करना चाहते हैं तो आपको बाजार की सही जानकारी का होना बहुत ही जरूरी है. हालांकि अभी भी बहुत से लोगों में कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट को लेकर जानकारी का अभाव है और यही वजह है कि कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग के लिए उतरे नए निवेशकों में डर बना रहता है. आज की इस रिपोर्ट में हम ऐसे ही निवेशकों के लिए जो कमोडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे शुरू करें मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं, उनको बेहद आसान भाषा में कमोडिटी मार्केट की बारीकियों को समझाने का प्रयास करेंगे. तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के वे बेहद आसान तरीके क्या हैं.
कमोडिटी वायदा में कैसे शुरू करें ट्रेडिंग
निवेशकों को कमोडिटी वायदा में ट्रेडिंग के लिए सबसे पहले ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा. निवेशक इस ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए खरीद और बिक्री कर सकते हैं. ट्रेडिंग अकाउंट किसी ब्रोकिंग फर्म के साथ खुलवा जा सकता है. हालांकि ब्रोकर्स को MCX, NCDEX, BSE और NSE का सदस्य जरूर होना चाहिए. एक्सचेंज की वेबसाइट से ब्रोकर्स के बारे में जानकारी जुटाई जा सकती है. ट्रेडिंग अकाउंट के लिए पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक अकाउंट का होना जरूरी है. MCX पर नॉन-एग्री कमोडिटी वायदा ट्रेडिंग कैसे शुरू करें में ट्रेडिंग ज्यादा होती है. NCDEX पर एग्री कमोडिटी वायदा में ट्रेडिंग ज्यादा होती है. हालांकि BSE और NSE पर भी कुछ कमोडिटी में ट्रेडिंग होती है. नॉन-एग्री कमोडिटी में सोना-चांदी, क्रूड और मेटल शामिल हैं. वहीं एग्री कमोडिटी में ग्वार, चना, तिलहन, मसाला और शुगर में ट्रेडिंग होती है.
खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज पर पहले ट्रेडिंग कैसे शुरू करें से मार्जिन तय
कमोडिटी बाजार से जुड़े जानकारों का कहना है कि कुछ रकम देकर पूरे सौदे को उठाना मार्जिन कहा जाता है. वहीं दूसरी ओर हाजिर बाजार में सौदे का पूरा भुगतान करना पड़ता है. हर कमोडिटी की खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज पर पहले से मार्जिन तय है. आमतौर पर मार्जिन मनी 3 फीसदी से 5 फीसदी के बीच है. उतार-चढ़ाव की स्थिति में एक्सचेंज अतिरिक्त मार्जिन भी लगाता है. जानकार कहते हैं कि कमोडिटी ट्रेडिंग में शेयर बाजार की तरह लंबी अवधि नहीं होती है. कमोडिटी मार्केट में दो से तीन सीरीज में ही कारोबार होता है. निवेशकों को खरीद-बिक्री एक निश्चित अवधि में करना जरूरी है. शुरुआत में मिनी लॉट में ट्रेड करना समझदारी भरा कदम माना जाता है. बाजार की समझ बढ़ने के बाद बड़े लॉट में ट्रेड करना चाहिए और हर सौदे में स्टॉपलॉस जरूर लगाना चाहिए. निवेशकों को कई लॉट में ट्रेडिंग के लालच में नहीं फंसना चाहिए. जानकारों का कहना है कि लिक्विड कमोडिटी में ट्रेड करना फायदेमंद रहता है.
जानकार कहते हैं कि कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग के लिए आपको देश दुनिया की खबरों पर नजर बनाए रखनी होगी. कमोडिटी मार्केट पर दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों के फैसले का असर साफतौर पर देखा जाता है. साथ ही एग्री कमोडिटी की बात करें तो फसल और उत्पादन अनुमान का असर भी दिखाई पड़ता है. जानकार कहते हैं कि कमोडिटी मार्केट में डिविडेंड और बोनस नहीं मिलता है और ट्रेडर्स को सौदा कटने के बाद ही फायदा या नुकसान होता है.
शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं
S L kashyap नवंबर 08, 2017
शेयर खरीदने और बेचने के लिए सबसे पहले आपको डीमैट अकाउंट की आवश्यकता पड़ती है डीमैटअकाउंट के बिना आप कोई भी शेयर खरीद और बेंच नहीं सकते है
शेयर मार्केट में शुरुआती दिनों में निवेश ₹ 5000 से ₹10000 के बीच करना चाहिए शेयर खरीदने और बेचने का तरीका और शेयर मार्केट की जानकारी होने के बाद निवेश की राशि बढ़ा सकते हैं .
यदि आप शेयर खरीदते और बेचते हैं तो आप मुनाफा कमा सकते हैं लेकन उसके लिए आपको शेयर मार्केट की जानकारी होना अति आवश्यक है मौजूदा समय में शेयर बाजार में लोग निवेशकर रहे हैं
शेयर बाजार जोखिमों के अधीन होता है यदि बाजार में गिरावट आई तो द्वारा खरीदे गए शेयरों में पैसे घटने के आसार बढ़ जाते हैं और यदि बाज़ार में बढ़त है तो आपके शेयर आपको मुनाफा देंगे
इसलिए जब मार्केट में मंदी हो तो शेयरों में इन्वेस्ट करना चाहिए और सही भाव देखकर शेयरों को बेच देना चाहिए
- शेयर का चुनाव करें.
- डीमैट अकाउंट में buy के ऑप्शन पर क्लिक करें
- खरीदे जाने वाले शेयरों की संख्या दर्ज करें
- नॉर्मल या सीएनसी ऑप्शन सेट करें
- मार्केट या लिमिट ऑप्शन सेट करें
- शेयर भाव दर्ज करके सबमिट कर दें
शेयर एक तरह से कंपनी अपने ग्राहक को सीधे तौर से स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से ग्राहक को देती है और म्यूच्यूअल फंड मैं सैकड़ों लोगों का पैसा मिला कर किसी कंपनी के शेयर खरीदते है
शेयर खरीदने के लिए आपको पहले डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा और ब्रोकर के माध्यम से आप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज , मुंबई स्टॉक एक्सचेंज आदि एक्सचेंजों पर ऑनलाइन शेयर खरीद या बेच सकते हैं
खरीदे हुए शेयर आपके NSDL के अकाउंट में जमा हो जाएंगे यह प्रक्रिया बिल्कुल बैंकिंग की तरह होती है बस बैंकिंग में रुपए का लेना देना होता है उसी तरह डीमेट अकाउंट में शेयर का लेना देना या होल्डिंग होती है .
डीमैट अकाउंट ओपन होने के बाद आप डीमैट में अकाउंट में अपनी आवश्यकता अनुसार बैलेंस क्रेडिट करें और शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकते हैं यहां पर यह कहना सही होगा कि शेयर मार्केट में आप कम पूंजी से शुरुआत करें और अनुभव के साथ साथ ही सही समय आने पर अपनी जमा राशि डीमैट अकाउंट में बढ़ा सकते हैं शेयर मार्केट में लंबी अवधि के लिए खरीद फरोख्त करना शुरू करें
लंबी अवधि के शेयरों में नुकसान होने का चांस बहुत ही कम होता और जैसे ही आप लंबी अवधि के शेयरों में मुनाफा कमाना शुरु कर दें इंट्राडे शेयर में खरीद फरोख्त जारी कर सकते हैं
शेयर मार्केट में पैसा कमाने ट्रेडिंग कैसे शुरू करें के लिए आपको शेयर मार्केट के संबंधित न्यूज़ समाचारों से अपडेट रहना होगा समय-समय पर शेयर मार्केट से जुड़े टीवी कार्यक्रम शेयर मार्केट न्यूज़ देखते रहना होगा सबसे पहले आप बैंकिंग सेक्टर में खरीदारी कर सकते हैं क्योंकि यह ऐसे सेक्टर है जिनमें ज्यादा उतार चढ़ाव देखने को नहीं मिलते हैं अन्य सेक्टरों में या नई कंपनियों में नफा के साथ साथ नुकसान भी आपको ज्यादा उठाना पड़ सकता है इसलिए शुरुआती दिनों में ऐसे शेयर का चुनाव करें शेयर बाजार में शेयर खरीदने का यही सबसे सही तरीका है .
भारतीय अर्थव्यवस्था में शेयर मार्केट का महत्वपूर्ण योगदान है जिसमें सभी कंपनियां अच्छा मुनाफा करने की उम्मीद से आम जनता से पैसा जुटाने का तरीका ढूंढती रहती हैं पिछले दिनों covid 19 के संक्रमण के कारण शेयर मार्केट में भारी गिरावट आई बैंकिंग शेयरों से लेकर फार्मा सेक्टर तक गिरावट की चपेट में आ गया लेकिन पिछले कुछ दिनों से शेयर मार्केट में एक अच्छी महंगाई देखने को मिली है फार्मा सेक्टर हो या बैंकिंग सेक्टर सभी सेक्टरों की कंपनियों और बैंकों के शेयरों में रिकवरी हुई हैं
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में भारी कारोबार हुआ SENSEX 52100 और निफ्टी 15700 के आसपास अपना स्कोर बना चुकी है
शेयर बाजार में एक ही शेयर पर 2 व्यक्तियों की सोच अलग-अलग होती है जिस शेयर को आप महंगा होने के लिए खरीद रहे हैं उसी शेयर को दूसरा व्यक्ति या सोचकर बेच रहा है कि आगे जाकर यह शेयर सस्ता हो जाएगा व्यक्तियों की अलग सोच की वजह से ही शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शेयरों की खरीदारी बिकवाली चलती रहती ट्रेडिंग कैसे शुरू करें हैं आपकी कमाई इस पर निर्भर करती है कि आपका लिया गया फैसला कितना सही है
ऑनलाइन ट्रेडिंग करते वक्त इन बातों का जरूर रखें ध्यान, जरा सी लापरवाही पड़ेगी भारी
Online Trading करते वक्त कुछ बातें ध्यान में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें रखने से आपको सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने में और खुद को तैयार करने में मदद मिलेगी.ट्रेडिंग कैसे शुरू करें
- Money9 Hindi
- Publish Date - July 7, 2021 / 01:02 PM IST
आईपीओ से जुटाई राशि और फीस का अनुपात देखें तो सबसे ज्यादा अनुपात अमी ऑर्गेनिक्स का है. लीड मैनेजर्स ने अमी ऑर्गेनिक्स के मामले में जुटाई गई राशि की 7.3% फीस वसूल की
कैपिटल मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) आसान तरीका है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के बहुत फायदे है, लेकिन इसमें आपकी जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है, ट्रेडिंग कैसे शुरू करें क्योंकि छोटी सी गलती या लापरवाही आपको काफी नुकसान पहुंचा सकती है. चूंकि ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) एक क्लिक पर संभव है, इसलिए निवेश करना इतना आसान होता है कि लोग अक्सर निवेश के पहलू और इसमें शामिल जोखिमों को भूल जाते हैं. ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) करते वक्त कुछ बातें ध्यान में रखने से आपको सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने में और सभी संभावित जोखिमों के खिलाफ खुद को तैयार और शिक्षित करने में मदद मिलेगी. ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) का आनंद लें, लेकिन सुरक्षित और निर्बाध ट्रेडिंग के लिए क्या करें और क्या न करें, इस पर भी नज़र रखें. यहां हम ऐसी कुछ बातें समजने का प्रयास करेंगे जो ओनलाइन ट्रेडिंग में आपके काम आ सकती है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग करते वक्त क्या ध्यान रखना चाहिए
– यदि आप ट्रेडिंग की दुनिया में नए है तो पहला कदम खुद को शिक्षित करने का होना चाहिए. ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए निवेश शुरू करने का निर्णय लेने से पहले यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है. इसके साथ जुडे लोगों से बात करें और प्लस एवं माइनस पॉइन्ट्स को समजने की कोशिश करे.
– अपने ट्रेडिंग अकाउंट को हैकिंग के खतरे से बचाने के लिए नियमित रूप से पासवर्ड बदलते रहे औऱ आपको ट्रेडिंग कैसे शुरू करें अपने ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए दोहरे प्रमाणीकरण पर जोर देना चाहिए.
– सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता, ट्रेडिंग खाता और डीमैट खाता एक निर्बाध श्रृंखला में जुड़ा हुआ है. ऐसा करने से बैंक खाते और डीमैट खाते में डेबिट और क्रेडिट सहजता से होता रहेगा.
– अपने डीमैट खाते से ओटोमेटिक डेबिट के लिए पावर ऑफ एटर्नी करवा ले. इस तरह, आपको हर बार अपने डीमैट खाते से शेयर बेचने पर डेबिट निर्देश पर्ची (DIS) जमा करने से छूटकारा मिलेगा.
– जब आपकी ट्रेड बुक अपडेट हो जाती है, तो इसे अपने इलेक्ट्रॉनिक कॉन्ट्रैक्ट नोट से दैनिक आधार पर क्रॉस चेक जरूर करें.
– अपने प्रोफिट स्टेटमेंट को अपने खाता बही से भी जांचें औऱ सुनिश्चित करे कि आपके खाते से जितने भी शुल्क डेबिट किए गए हैं वो किस तरह के चार्जिस के तहत आते है.
ये काम करने से दूर रहे
– केवल आपको ही अपना ट्रेडिंग खाता संचालित करना चाहिए. अपना पासवर्ड या सुरक्षा कोड किसी और के साथ साझा न करें. अपने परिवार के सदस्यों को भी अपने ट्रेडिंग खाते तक पहुंचने और अपनी ओर से ट्रेडों को निष्पादित करने देने से बचें.
– पासवर्ड ऐसा ना हो जो किसी को भी आसानी से पता चल सके. जैसे आपका नाम, जन्मतिथि और शादी की सालगिरह का पासवर्ड में यूज ना करे. सुरक्षा के स्तर को जोड़ने के लिए अपरकेस, लोअरकेस, अक्षर, संख्या और विशेष वर्णों को शामिल करके अपने पासवर्ड को जटिल बनाने का प्रयास करें.
– इंटरनेट ट्रेडिंग हो या ऐप-आधारित ट्रेडिंग, कभी भी अपने ट्रेडिंग खाते को सार्वजनिक स्थान से एक्सेस न करें. साइबर कैफे या असुरक्षित सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करना खतरे से खाली नहीं होगा. इन स्पॉट्स को आसानी से हैक किया जा सकता है.
– कॉन्ट्रैक्ट नोट्स, लेजर, प्रॉफिट स्टेटमेंट और कैपिटल गेन स्टेटमेंट जैसे प्रमुख दस्तावेजों का ऑफलाइन रिकॉर्ड रखना न भूलें. ये किसी भी विवाद या कानूनी प्रश्नों के मामले में उपयोगी हो सकते है.
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