हफ्ते के पहले कारोबारी दिन,लाल निशान पर खुला बाजार
वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बाद, हफ्ते के पहले कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर खुला। सेंसेक्स 277 अंकों की गिरावट के साथ 62016 के स्तर पर, और निफ्टी 82 अंकों की गिरावट के साथ 18430 के स्तर पर खुला।
बैंक निफ्टी 226 अंकों की गिरावट के साथ 42757 के स्तर पर खुला। वहीं रुपए में भी गिरावट देखी गई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे की गिरावट के साथ 81.77 के स्तर पर खुला।
इस बीच, हफ्ते के पहले कारोबारी दिन व्यापार के लिहाज से इन शेयरों पर रखें नजर-
Pharma:
अप्रैल-अक्टूबर दिन के व्यापार बाजार की अवधि में उच्च निर्यात की रिपोर्ट के बाद फार्मा कंपनियों के शेयरों के फोकस में रहने की संभावना है। अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान भारत से फार्मास्युटिकल निर्यात में 4.22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 14.57 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
HFCL:
कंपनी ने की वाराणसी में ईपीसी सेवाएं प्रदान करने के लिए एसडब्ल्यूएसएम से 1,770 करोड़ रुपये की डील। उक्त परियोजना को कंपनी द्वारा JWIL Infra के साथ कंसोर्टियम पार्टनर के रूप में क्रियान्वित किया जाएगा।
Insurance:
भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने शुक्रवार को बीमा कंपनियों को पंजीकृत करने और उनमें निवेश करने के नियमों में ढील देने के लिए संशोधनों को मंजूरी दे दी। नए नियमों के अनुसार, निजी इक्विटी (पीई) फंड अब सीधे बीमा कंपनियों में पैसा लगा सकते हैं, और उनके द्वारा विशेष प्रयोजन वाहनों (एसपीवी) के माध्यम से निवेश को वैकल्पिक बना दिया गया है, इस प्रकार लचीलापन प्रदान किया गया है। अधिक पढ़ें
Castrol:
कंपनी ने ऑटोमोबाइल आफ्टरमार्केट प्लेयर, की मोबिलिटी सॉल्यूशंस में 7.09 प्रतिशत हिस्सेदारी 487.5 करोड़ रुपये में हासिल करने की योजना बनाई है।
दिल्ली में धनतेरस पर बम-बम हुआ बाजार, देश में 25 हजार करोड़ का व्यापार
करीब दो साल बाद धनतेरस का दिन बाजार में कारोबार के लिहाज से धनवर्षा का दिन साबित हुआ. शनिवार को राजधानी के सभी प्रमुख बाजारों में सुबह से ही अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली. ज्वेलरी से लेकर कपड़ा, बर्तन, फर्नीचर और ऑटोमोबाइल में बंपर कारोबार हुआ. इस अवसर पर देशभर में 25000 करोड़ का कारोबार हुआ है. dhanteras shopping in delhi
नई दिल्ली : दिवाली पर इस बार बाजारों में ग्राहकों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है. लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं. इस बार धनतेरस का त्योहार दो दिन तक मनाया गया. देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठनों में से एक कैट के अनुसार, धनतेरस (dhanteras shopping in delhi) पर देश भर में लगभग 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ है. जबकि ज्वेलरी व्यापार दो दिनों में लगभग 25 हजार करोड़ के आस पास हुआ है.
वहीं, अन्य चीजों का लगभग 20 हजार दिन के व्यापार बाजार करोड़ का व्यापार हुआ है. जिसमें ऑटोमोबिल, कम्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान, फर्नीचर, घर एवं कार्यालयों की साज सज्जा के लिए जरूरी सामान, मिठाई एवं नमकीन, किचन का सामान, सभी प्रकार के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल वस्तुओं में हुआ है.
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि शनिवार और रविवार को देश भर के बाजारों में ग्राहकों की उमड़ी भीड़ और भारतीय सामान खरीदने की उत्सुकता का आंकलन इस बात की पुष्टि करता है कि दो वर्ष कोरोना के कारण बाजार से दूर रहने वाले ग्राहक अब फिर वापिस जोर-शोर से आ गए हैं.
कैट का अनुमान है कि इस वर्ष दिवाली त्योहार में बिक्री का आंकड़ा एक लाख 50 हजार करोड़ के पार होगा. देश भर के बाजारों में भारतीय सामान को ही खरीदने की प्रमुखता दी जा रही है. इसके कारण चीन को इस वर्ष दिवाली से संबंधित सामान की 75 हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होगा. कैट के अनुसार, कोरोना काल से उभरने के बाद वर्तमान में भारत के अंदर सोने की मांग अपने उच्चतम स्तर पर आ गई है. आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल और उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर घरेलू बाजार में 80% तक की बढ़ोतरी हुई है.
कैट के मुताबिक, एक अनुमान के अनुसार ज्वेलरी के अलावा शनिवार और रविवार दो दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग छह हजार करोड़, फर्नीचर में लगभग 1500 करोड़, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान में लगभग 2500 करोड़, एफएमसीजी में लगभग 3 हजार करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान में लगभग 1 हजार करोड़, स्टेनलेस स्टील, एल्युमीनियम एवं पीतल के बर्तनों में लगभग 500 करोड़, किचन के उपकरण एवं किचन के अन्य सामन में लगभग 700 करोड़, टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट एवं फैशन के कपडे में लगभग 1500 करोड़ का व्यापार हुआ है. जबकि, दिवाली पूजा का सामान, घर एवं ऑफिस की साज सज्जा, बिजली एवं बिजली के उपकरण, स्टेशनरी, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी एवं प्लाईवुड आदि में भी काफी बड़ा व्यापार हुआ है.
24 अक्टूबर को देशभर में दिवाली (Diwali Festival In Delhi) का त्योहार हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाएगा. इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. वहीं 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण होने के कारण 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट महोत्सव, 27 अक्टूबर को भैया दूज और उसके बाद छठ पूजा तथा 5 नवंबर को तुलसी विवाह के साथ दिवाली त्योहार का सीजन संपन्न होगा. व्यापारियों को बड़ी उम्मीद है कि अभी दिवाली त्योहार के बचे हुए दिनों में भी बिक्री में और वृद्धि होगी.
Stock Market holidays: शेयर बाजार में अगले हफ्ते 4 दिन नहीं होगा कारोबार, दिवाली के दिन होगी स्पेशल शेयर ट्रेडिंग
अगर आप शेयर बाजार (Stock Market holiday) में रोज ट्रेडिंग करते हैं या रोज स्टॉक मार्केट में उतार चढ़ाव से आपको फर्क पड़ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 22, 2022, 17:26 IST
नई दिल्ली. अगर आप शेयर बाजार (Stock Market holiday) में रोज ट्रेडिंग करते हैं या रोज स्टॉक मार्केट में उतार चढ़ाव से आपको फर्क पड़ता है तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. दरअसल, शेयर बाजार अगले सप्ताह एक लंबी छुट्टी में प्रवेश करेगा और एक्सचेंज BSE और NSE कुल चार दिनों तक बंद रहेंगे. 4 छुट्टियों में से दो दिवाली त्योहार के उत्सव के कारण हैं. हालांकि, 24 अक्टूबर की शाम को निवेशकों को मुहूर्त ट्रेडिंग के तहत एक घंटे के लिए पूंजी बाजार, इक्विटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, कमोडिटीज और अन्य सिक्योरिटीज में ट्रेड करने की अनुमति होगी.
बता दें कि अक्टूबर में बड़े त्योहारों के चलते ना सिर्फ स्टॉक मार्केट, बल्कि बैंकों व सरकारी निजी कंपनियों में भी कई छुट्टियां रहती हैं. आइए जानते हैं कि अक्टूबर महीने में स्टॉक मार्केट कब कब बंद रहेंगे.
मंगलवार को होगा सामान्य कारोबार
BSE की आधिकारिक बेवसाइट bseindia.com की ओर दिन के व्यापार बाजार से दी गई जानकारी के मुताबिक India share market सभी equity segment, equity derivative segment और SLB Segment रविवार और सोमवार को बंद रहेंगे. अगले दिन मंगलवार को सामान्य कारोबार होगा.
इस दिन भी मार्केट रहेगा बंद
BSE और NSE की वेबसाइट के मुताबिक अगले हफ्ते 4 दिन स्टॉक मार्केट में कारोबार बंद रहेंगे. इसके बाद 24 अक्टूबर (सोमवार) को दिवाली / लक्ष्मी पूजा और 26 अक्टूबर (बुधवार) को दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर भी बाजार में कारोबार नहीं होगा.
जानें क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग?
इस साल के दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में दिवाली से शुरू होने वाले हिंदू कैलेंडर वर्ष के अनुसार संवत 2079 की शुरुआत भी होगी. ऐसा माना जाता है कि मुहूर्त व्यापार साल भर समृद्धि और धन लाता है. इस शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार के कारोबारी स्पेशल शेयर ट्रेडिंग करते हैं. इसलिए इसे मुहूर्त ट्रेडिंग भी कहा जाता है.
मुहूर्त ट्रेडिंग समय 2022
ब्लॉक डील सेशन – शाम 5.45 से 6.00
प्री ओपन ट्रेडिंग सेशन – शाम 6.00 से 6.08
नॉर्मल मार्केट – शाम 6.15 से 7.15
कॉल ऑक्शन सेशन – शाम 6.20 से 7.05
क्लोजिंग सेशन – शाम 7.15 से 7.25
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शादियों का सीजन शुरू होते ही बाजार हुए गुलजार, लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का होगा व्यापार
भारत में शादियों का सीजन शुरू हो चुका है. इस सीजन में भारत में अच्छा खासा व्यापार होता है. लगभग हर वर्ग के तबके बड़े से लेकर छोटे व्यापारी को इस सीजन में अच्छा खासा व्यापार मिलता है. कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसायटी के आंकड़ों के अनुसार देश में लगभग 32 शादियां होंगी.
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बलराम पांडेय/नई दिल्ली: इस वर्ष दिवाली के त्योहारी सीजन में हुए जोरदार व्यापार से उत्साहित होकर दिल्ली सहित देशभर के व्यापारी अब शादी के सीजन की बिक्री में जुट गए हैं. 4 नवंबर देव उठान एकादशी से 14 दिसंबर तक लगभग 40 दिनों के शादियों का पहला चरण शुरू हो गया है, जिसमें देशभर में लगभग 32 लाख शादियों होने का अनुमान है और इस सीजन में लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार होना आंका जा रहा है. यह कहते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की अकेले दिल्ली में इस सीजन में लगभग 3.50 लाख से ज्यादा शादियां होने का अनुमान है. इससे दिल्ली में ही लगभग 75 हजार करोड़ रुपये के व्यापार की सम्भावना है. पिछले वर्ष इस चरण में देशभर में लगभग 25 लाख शादियां हुई थी तथा लगभग 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ था. यह आंकड़ा कैट की रिसर्च शाखा कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसायटी द्वारा हाल ही में देश के कुछ शहरों में व्यापारियों एवं सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच कराये गए एक सर्वे के द्वारा लिया गया है.
कैट की आध्यात्मिक एवं वैदिक ज्ञान कमेटी के चेयरमैन, प्रकांड वेद मर्मज्ञ एवं देश के विख्यात ज्योतिषाचार्य आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया की तारों की गणना के अनुसार नवंबर महीने में 20, 21, 24, 25, 27, 29 एवं 30 नवंबर तथा दिसंबर के महीने में 4, 5, 7, 8, 9, तथा 14 दिसंबर शादियां कराने के सबसे उपयुक्त दिन है. उसके पश्चात एक महीने 14 जनवरी तक तारा डूब जाता है एवं फिर दोबारा 14 जनवरी से मांगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाते हैं. श्री तारे ने यह भी कहा कि सनातन धर्म के अलावा आर्यसमाज, सिख बंधु, पंजाबी बिरादरी, जैन समाज सहित देश में अन्य अनेक वर्ग हैं जो मुहूर्त के बारे में विचार नहीं करते वो भी इस सीजन में तथा इसके अलावा एनी दिनों में भी अनेक लोग शादी समारोह आयोजित करेंगे.
भारतीय एवं खंडेलवाल ने कहा की शादियों के सीजन के अच्छे व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए देशभर के व्यापारियों ने व्यापक तैयारियां की हैं दिन के व्यापार बाजार और दिवाली के पर्व पर हुए रिकॉर्ड कारोबार से उपजे उत्साह को बाजारों में बरकरार रखने के सभी प्रबंध किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया की प्रत्येक शादी का लगभग 20 प्रतिशत खर्च वधू एवं वरपक्ष को जाता है, जबकि 80 प्रतिशत खर्च शादी को सम्पन्न कराने में काम करने वाली अन्य तीसरी एजेंसियों को जाता है. इसलिए शादियों का सीजन भी देश में एक बड़े व्यापार का रूप ले चुका है. भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया की शादियों के सीजन से पहले जहां घरों की मरम्मत, पेंट, फर्निशिंग, साज सज्जा आदि का व्यापार बड़ी मात्रा में होता है. वहीं खास तौर पर ज्वेलरी, साड़ियां, लहंगे -चुन्नी, रेडीमेड गारमेंट्स, कपड़े, फुटवियर, शादी एवं ग्रीटिंग कार्ड, ड्राई फ्रूट, मिठाइयां, फल, शादियों में इस्तेमाल होने वाला पूजा का सामान, फर्नीचर, किराना, गिफ्ट आइटम्स, खाद्यान, डेकोरेशन के आइटम्स, बिजली का उपयोगी सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा उपहार में देने वाली अनेक वस्तुओं आदि का व्यापार बड़ी मात्रा में प्रतिवर्ष होता है.
भारतीय एवं खंडेलवाल ने बताया की दिल्ली सहित देशभर में बैंक्वेट हाल, होटल, खुले लॉन, फार्म हाउस, सरकारी सामुदायिक भवन, सार्वजनिक पार्क, रिहायशी कॉलोनियों में स्तिथ पार्क, क्लब एवं शादियों के लिए अन्य अनेक प्रकार के स्थान को भी बड़ा व्यापार मिलता है. प्रत्येक शादी में सामान की खरीदारी के अलावा अनेक प्रकार की सर्विस को भी बड़ा व्यापार मिलता हैं, जिसमें टेंट डेकोरेटर, फूल की सजावट करने वाले लोग, क्राकरी, कैटरिंग सर्विस, ट्रेवल सर्विस, कैब सर्विस, स्वागत करने वाले प्रोफेशनल समूह, सब्जी विक्रेता, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, बैंड-बाजा, शहनाई, आर्केस्ट्रा, डीजे, बारात के लिए घोड़े, बग्घी, लाइट वाले सहित अन्य अनेक प्रकार की सर्विस को भी बड़े पैमाने व्यापार मिलता है. विशेष रूप से पंडितों, शादी कराने वाले ज्ञानवान लोगों के लिए भी शादियों का सीजन एक बड़ी आमदनी का जरिया बन गया है. वहीं इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों के लिए भी यह एक बड़े व्यापार के रूप में उभरा है.
भारतीय एवं खंडेलवाल ने बताया की इस एक महीने के शादी के सीजन में लगभग 6 लाख शादियों में प्रत्येक शादी में लगभग 3 लाख रुपये खर्च होंगे. वहीं लगभग 10 लाख शादियों में प्रति शादी खर्च लगभग 5 लाख प्रति शादी होगा, 10 लाख शादियां जिनमें 10 लाख प्रति शादी, 5 लाख शादियां जिनमें 25 लाख प्रति शादी, 50 हजार शादियां जिनमें लगभग 50 लाख प्रति शादी एवं 50 हजार शादियां ऐसी होंगी, जिनमें 1 करोड़ या उससे अधिक धन खर्च होगा. कुल मिलाकर इस एक महीने के शादी के सीजन में लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये का धन प्रवाह बाजारों में इस वर्ष शादी की खरीदी के माध्यम से होना संभावित है. शादियों का दूसरा चरण 14 जनवरी मकर संक्रांति से शुरू होकर जुलाई 2023 तक चलेगा.
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