'National stock exchange'
प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई ने 148 दिन की अवधि में अपने मंच पर एक करोड़ पंजीकृत निवेशक खाते जोड़े हैं, जिसके साथ उसके पास ऐसे कुल खातों की संख्या 12 करोड़ हो गई है. बीएसई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसने इस साल 18 जुलाई से 13 दिसंबर के बीच एक करोड़ निवेशकों के खाते जोड़े. बीएसई को 11 करोड़, 10 करोड़, नौ करोड़ और आठ करोड़ खातों के पड़ाव तक पहुंचने में इससे पहले क्रमशः 124 दिन, 91, 85 और 107 दिन का वक्त लगा था.
घरेलू शेयर बाजारों (Share Market) में मंगलवार को मामूली गिरावट रही और बीएसई (BSE) सेंसेक्स 49 अंक टूटकर बंद हुआ.
घरेलू शेयर बाजारों (Share Market) में गुरुवार को कारोबार के अंतिम आधे घंटे में तेज बिकवाली से शुरुआती बढ़त जाती रही और बीएसई सेंसेक्स (प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज BSE Sensex) 311 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ.
दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के कर्मचारियों की कथित अवैध फोन टैपिंग (Phone Tapping) और जासूसी से संबंधित धनशोधन मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे की हिरासत शुक्रवार को चार दिन के लिए बढ़ा दी.
पूंजी बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को शेयर बाजार में संचालन के स्तर पर चूक मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) को नोटिस भेजकर 3.12 करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा है.
वैश्विक बाजारों (Global Markets) में कमजोरी के रुख और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों ने मंगलवार को एक बार फिर शुरुआती बढ़त को गंवा दिया.
सेबी ने यह नोटिस तब भेजा है जब सुब्रमण्यन अपने ऊपर लगाए गए जुर्माने की भरपाई करने में नाकाम रहे हैं. सेबी ने 11 फरवरी को पारित एक आदेश में एनएसई में सुब्रमण्यन के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों के लिए उनपर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था.
न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने कहा, "हर कैदी एक जैसा होता है. वह जो रही हैं, उसकी वजह से वह वीआईपी कैदी नहीं हो सकती. नियमों को नहीं बदला जा सकता है." हालांकि, अदालत ने उन्हें एक प्रार्थना पुस्तक, हनुमान चालीसा और भगवद गीता की एक प्रति ले जाने की अनुमति दी है.
कोर्ट ने सीबीआई से कहा कि एनएसई की पूर्व प्रमुख और एक हिमालय योगी से जुड़े हेरफेर मामले में बाजार नियामक SEBI की भूमिका भी भी जांच की जानी चाहिए. विशेष जज ने सीबीआई से कहा, 'देश की प्रतिष्ठा दांव पर है. घोटाले को लेकर आपका अनुमान क्या है?'
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी विक्रम लिमये (Vikram Limaye) ने बुधवार को कहा कि वो शेयर बाजार में प्रमुख के पद पर एक और कार्यकाल के लिए प्रयास नहीं करेंगे.
साल के शिखर पर बाजार: पहली बार सेंसेक्स 61,872 के पार बंद, झटके में निवेशकों को ₹35 हजार करोड़ का मुनाफा
भारतीय शेयर बाजार के लिए आज मंगलवार का दिन बेहद शुभ रहा। कारोबार के अंत में प्रमुख इंडेक्स बीएसई (BSE) और एनएसई पर जबरदस्त तेजी के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 248.84 अंक चढ़कर 61,872.99 अंक पर बंद हुआ।
Stock Market closing Update 15 Nov: भारतीय शेयर बाजार के लिए आज मंगलवार का दिन बेहद शुभ रहा। कारोबार के अंत में प्रमुख इंडेक्स बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर जबरदस्त तेजी के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 248.84 अंक चढ़कर 61,872.99 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 74.25 अंक चढ़कर 18,403.40 पर बंद हुआ। इसी के साथ इस साल बाजार लाइफ टाइम हाई के करीब पहुंच गया है। निवेशकों को लगभग 35 हजार करोड़ मुनाफा हुआ। आज मार्केट कैप 2,85,16,754.60 करोड़ रुपये रहा। इससे पहले सोमवार को यह 2,84,82,390.04 करोड़ रुपये था।
इस साल के ऑल टाइम हाई पर सेंसेक्स-निफ्टी
बीएसई के डेटा के मुताबिक, आज दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स 62245.43 अंकों के ऑल टाइम हाई को छु लिया था। वहीं, निफ्टी का ऑल टाइम हाई 18604.45 को छुआ था। बता दें कि इससे पहले सेंसेक्स का ऑलटाइम हाई 61,795 अंक था। सेंसेक्स 11 नवंबर 2022 को 61,795 अंकों पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी का क्लोजिंग ऑलटाइम हाई 18,477 है। निफ्टी ने प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज यह रिकॉर्ड 18 अक्टूबर 2021 को बनाया था।
दिन भर में बाजार में उतार-चढ़ाव
शुरुआती कारोबार में भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने रहा। बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक आज 5 अंकों की मजबूती के साथ 61630 के स्तर पर खुला था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी बढ़त के साथ 18362 के स्तर पर ओपन हुआ था।
इन शेयरों में रही तेजी
BSE के 30 में से 9 में गिरावट रही। 20 शेयरों में तेजी देखने को मिली। वहीं, एक शेयर में कोई बदलाव नहीं हुआ। आज बीएसई पर सबसे अधिक पावर ग्रिड, ICICI Bank, भारती एयरटेल, अल्ट्रा सीमेंट, SBI, Dr.Reddy, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक, इंफोसिस, एचडीएफसी, NTPC, HCL Tech, HDFC Bank, इंडसइंड बैंक और विप्रो समेत में तेजी रही। वहीं, सबसे अधिक गिरावट बजाज फिनसर्व, आईटीसी, रिलायंस, सनफार्मा, टाटा स्टील समेत में गिरावट रही।
दुनियाभर के बाजारों में तेजी
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट सोमवार को गिरावट में बंद हुए।
FII का दांव
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.62 प्रतिशत की तेजी के साथ 91.63 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली का सिलसिला जारी है। FII ने सोमवार को 1,089.41 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है ?
भारतीय प्रतिभूति बोर्ड (SEBI) की वेबसाइट पर दी गई लिस्ट के अनुसार भारत में 7 स्टॉक एक्सचेंज है, और 5 कमोडिटी डेरीवेटिव एक्सचेंज (Commodity Derivative Exchanges) है, इस तरह ये कहा जा सकता है वर्ष २०१८ में कमोडिटी एक्सचेंज को मिलकर भारत में कुल एक्टिव 12 स्टॉक एक्सचेंज है
भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज
- BSE Ltd.- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज मुंबई– जिसका प्रमुख सूचकांक है – sensex – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज , मुंबई – जिसका प्रमुख सूचकांक है – NIFTY(50)
इसके आलावा भारत के अन्य स्टॉक एक्सचेंज है –
भारत के अन्य स्टॉक एक्सचेंज
- Calcutta Stock Exchange Ltd.- cse-india जिसका मुख्यालय कलकत्ता बंगाल में है, https://www.cse-india.com/
- India International Exchange (India INX) –मुम्बई, यहाँ BSE का सहायक एक्सचेंज है.
- Magadh Stock Exchange Ltd. – पटना,
- Metropolitan Stock Exchange of India Ltd.- बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स –मुंबई, प्रमुख इंडेक्स SX40
- NSE IFSC Ltd.- मुंबई – NSE का सहायक एक्सचेंज.
STOCK EXCHANGE IN INDIA – SEBI SHAREMARKET HINDI
भारत के कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज
सेबी (SEBI) की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार भारत में कुल 5 कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज है, इन सभी को परमानेंट लाइसेंस प्राप्त है,
कमोडिटी डेरिवेटिव में काम करने वाले प्रमुख एक्सचेंज है –
- Multi Commodity Exchange of India Ltd.इसे शोर्ट MCX के नाम से जाना जाता है, यह एक्सचेंज मुंबई में स्थित है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttps://www.mcxindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
- National Commodity & Derivatives Exchange Ltd.इसे शोर्ट में NCEDEX के नाम से जाना जाता है, जो मुंबई में स्थित एक्सचेंज है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.ncdex.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
इसके आलावा अन्य कमोडिटी डेरिवेटिव है –
- Ace Derivatives and Commodity Exchange Limited– इसका मुख्यालय प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज अहमदाबाद में है, और ये एक क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंज है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइट http://www.aceindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
- Indian Commodity Exchange Limited– इसे शोर्ट में ICEX के नाम से जाना जाता है, यह मुंबई स्थित है, अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.icexindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
- National Multi Commodity Exchange of India Limited.– इसे शोर्ट में NMCE के नाम से जाना जाता है, अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.nmce.com/ पर प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज प्राप्त कर सकते है.
COMMODITY DERRIVATIVE EXCHANGE IN INDIA – SEBI SHAREMARKET HINDI
तो दोस्तों, ये सही है कि जब आप इन्टरनेट पर सर्च करते है की भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है, तो आपको बहुत सारे अलग अलग जवाब मिल सकते है, लेकिन इस पोस्ट मे मैंने आपके साथ वही जानकारी शेयर कर रहा हु, जो SEBI की वेबसाइट पर दी गई है,-LINK
आशा है आपको पोस्ट पसंद आया होगा, पोस्ट के बारे में अपने सवाल या सुझाव आप नीचे कमेंट करके पुछ प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज सकते है.
बीएसई (BSE), एनएसई (NSE) क्या है
जब कभी हम शेयर मार्केट की बात करते है, तो उसमें एनएसई और बीएसई का नाम अवश्य शामिल होता है, क्योंकि भारत का शेयर बाजार एनएसई और बीएसई के ऊपर निर्भर करता है | यदि हम एनएसई और बीएसई की बात करे, तो यह दोनों ही भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज है |
एनएसई और बीएसई यह दोनों एक दूसरे से काफी अलग है, परन्तु इनमें कुछ समानताएं भी हैं | हमारे देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज की अहम् भूमिका है | बीएसई (BSE), एनएसई (NSE) क्या है, फुल फॉर्म और NSE और BSE अंतर के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकरी विधिवत रूप से दे रहे है |
बीएसई और एनएसई का फुल फार्म (BSE & NSE Full form)
Table of Contents
बीएसई (BSE) का फुल फार्म “बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ (Bombay Stock Exchange)” है | यह भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है | एनएसई (NSE) का फुल फार्म नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) है | भारत में एनएसई की स्थापना वर्ष 1992 में इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज सिस्टम के रूप में हुई थी |
BSE Full Form In English | Bombay Stock Exchange |
NSE Full Form In English | National Stock Exchange |
बीएसई क्या है (What Is BSE)
बीएसई (BSE) की स्थापना वर्ष 1857 में प्रेमचंद रॉयचंद ने देशी शेयर और स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन के रूप में की थी और अब इसका प्रबंधन सेठूरामन रवि द्वारा किया जा रहा है। वर्ष 1957 के बाद भारत सरकार नें प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट, 1956 के अंतर्गत इसे भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता प्रदान की थी।
वर्ष 1995 में बीएसई की ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू हुई, उस समय इसकी क्षमता एक दिन में 8 मिलियन ट्रांजेक्शन थी। ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को एशिया के पहले स्टॉक एक्सचेंज’ के रूप में जाना जाता है और यह सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL), मार्केट डेटा सर्विस, डिपॉजिटरी सर्विसेज और रिस्क मैनेजमेंट आदि सेवाएँ प्रदान करता है। बीएसई दुनिया का 12वा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज मार्केटप्लेस है है, और जुलाई 2017 तक, इसका मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 2 बिलियन डालर से अधिक है |
एनएसई क्या है (What Is NSE)
एनएसई (NSE) अर्थात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना वर्ष 1992 में हुई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है | एनएसई को वर्ष 1992 में सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट 1956 के तहत कर भुगतान कंपनी के रूप में स्थापित किया गया था, परन्तु इसका संचालन 1994 में शुरू हुआ था | एनएसई भारत में व्यापार के लिए स्क्रीन-आधारित प्रणाली की पेशकश करने वाला पहला स्टॉक एक्सचेंज था।
शुरूआत में एनएसई को भारतीय बाजार प्रणाली में पारदर्शिता के लिए एक उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया था, और अपने लक्ष्य को प्राप्त करनें में सफलता प्राप्त की है। एनएसई सरकार की सहायता से सफलतापूर्वक ट्रेडिंग जैसी सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें क्लीयरिंग के साथ-साथ ऋण और इक्विटी में समझौता और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशक शामिल हैं।
वर्तमान में इस एक्सचेंज में लगभग 1700 कंपनियां सूचीबद्ध हैं, जिनमें से लगभग 1370 सक्रिय हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 10वां सबसे बड़ा स्टॉक प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज एक्सचेंज मार्केटप्लेस है, और मार्च 2017 तक इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.41 ट्रिलियन डालर से अधिक हो गया था |
बीएसई और एनएसई में अंतर (Difference Between BSE & NSE)
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दोनों इंडियन कैपिटल मार्केट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिसमें प्रतिदिन हजारों ब्रोकर और निवेशक इन स्टॉक एक्सचेंजों पर व्यापार करते हैं और दोनों मुंबई, महाराष्ट्र, और सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) में स्थापित हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में मुख्य अंतर इस प्रकार है-
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व प्रमुख ‘आध्यात्मिक गुरु’ की सलाह पर लेती थीं फैसला: सेबी
नई दिल्लीः बाजार नियामक सेबी की जांच में देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व प्रमुख को एक आध्यात्मिक गुरु के साथ गोपनीय जानकारी साझा करने और एक्सचेंज से जुड़े महत्वपूर्ण फैसलों में उनकी सलाह लेने का दोषी पाया गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने बताया कि एनएसई की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण ने नियमों का स्पष्ट उल्लंघन करते हुए बाजार के वित्तीय अनुमानों, व्यावसायिक योजनाओं और बोर्ड के एजेंडा सहित महत्वपूर्ण जानकारियां हिमालय के एक कथित आध्यात्मिक गुरु के साथ साझा की थीं.
सेबी ने जारी आदेश में कहा, ‘एनएसई की वित्तीय और कारोबारी योजनाएं साझा करना एक ऐसी गतिविधि है, जिससे स्टॉक एक्सचेंज की नींव हिल सकती है.’
सेबी ने रामकृष्ण, एनएसई और अन्य शीर्ष पूर्व अधिकारियों पर जुर्माना लगाया है.
बता दें कि रामकृष्ण ने निजी कारणों का हवाला देकर 2016 में एनएसई से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, उनसे इस बारे में तुरंत संपर्क नहीं हो पाया. वहीं, एनएसई और सेबी ने इस संबंध में टिप्पणी करने के आग्रह का कोई जवाब नहीं दिया.
मालूम हो कि कॉरपोरेट गवर्नेंस संबंधी खामियों के आरोप कई सालों तक एनएसई पर लगते रहे. एनएसई ने 2017 में आईपीओ लाने की योजना बनाई थी लेकिन ये आरोप लगने के बाद योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी कि कुछ अधिकारियों ने बड़े ट्रेडर्स को को-लोकेशन सर्वर के जरिये गलत तरीके से एक्सेस दिया था.
तीन साल की जांच के बाद सेबी ने एनएसई पर नौ करोड़ डॉलर से अधिक का जुर्माना लगाया और उस पर छह महीने के लिए सिक्योरिटी बाजारों से पैसा इकट्ठा करने पर रोक लगा दी.
एनएसई ने इस आदेश को अदालत में चुनौती दी और नए आईपीओ के लिए सेबी से मंजूरी मांगी.
दरअसल जांच के दौरान सेबी को कुछ दस्तावेज मिले थे, जिससे पता चला कि रामकृष्ण ने किसी अज्ञात शख्स को ईमेल किए थे, जिसके बारे में पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वह एक आध्यात्मिक शख्स हैं, जिनसे वह बीते 20 सालों से मार्गदर्शन लेती थीं.
रामकृष्ण ने अपने बचाव में सेबी को बताया कि एक ऐसे शख्स के साथ जानकारी साझा करना जो आध्यात्मिक प्रकृति है, ऐसा करना गोपनीयता से समझौता करना नहीं है.
सेबी ने अपने आदेश में कहा कि रामकृष्ण का यह तर्क देना काफी बेतुका है कि लाभांश भुगतान अनुपात, व्यावसायिक योजनाओं और एनएसई कर्मचारियों के परफॉर्मेंस मूल्यांकन जैसी संवेदनशील जानकारियों को साझा करने से कोई नुकसान नहीं होगा.
सेबी की जांच में यह भी पता चला कि बिना किसी पूंजी बाजार के अनुभव के मध्यस्तर के कार्यकारी अधिकारियों की नियुक्ति और बिना उचित दस्तावेजों की जांच के रामकृष्ण के सलाहकार के तौर पर सीधी नियुक्ति में इस कथित गुरु का पर्याप्त प्रभाव था.
इन नियुक्त किए गए कई अधिकारियों का वेतन एनएसई के कई वरिष्ठ अधिकारियों से अधिक था.
आरोप यह भी है कि इन्हीं आध्यात्मिक गुरु की सलाह पर आनंद सुब्रमण्यम को एनएसई में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त किया गया था.
सेबी ने कहा, ‘यह आध्यात्मिक गुरु ही एक्सचेंज चला रहा था और रामकृष्ण सिर्फ उसके हाथों की कठपुतली थीं.’
सेबी के इस आदेश में गुरु से जुड़े एड्रेस पर ईमेल किए गए सवालों पर तुंरत कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. सेबी ने यह भी कहा कि एनएसई और उसके बोर्ड को इन गोपनीय जानकारियों के आदान-प्रदान की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने इस मामले को गोपनीय रखना ही सही समझा.
सेबी ने 190 पन्नों के आदेश में कहा कि आध्यात्मिक गुरु ने ही चित्रा रामकृष्ण को सुब्रमण्यम को नियुक्त करने को कहा था.
इस मामले में कार्रवाई करते हुए सेबी ने रामकृष्ण और सुब्रमण्यन के साथ ही एनएसई और उसके पूर्व प्रबंध निदेशक रवि नारायण और अन्य पर भी जुर्माना लगाया है.
नियामक ने एनएसई पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है और एक्सचेंज को अगले छह महीने के लिए कोई नया उत्पाद लॉन्च करने से रोक दिया है.
सेबी ने रामकृष्ण पर तीन करोड़ प्रमुख भारतीय स्टॉक एक्सचेंज का जुर्माना लगाया है और तीन साल के लिए किसी भी बाजार या सेबी के साथ पंजीकृत किसी भी मध्यस्थ से जुड़ने पर रोक लगाई है.
इसके साथ ही रवि नारायण और सुब्रमण्यम पर दो-दो करोड़ रुपये तथा वीआर नरसिम्हन पर छह लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
बता दें कि रामकृष्ण उन लोगों में से एक रही हैं, जिन्होंने 1990 की दशक के शुरुआत में एनएसई गठित किया था, ताकि पहले से स्थापित बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को चुनौती दी जा सके. उन्हें 2009 में एनएसई का संयुक्त प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया था और 2013 में प्रमोट कर सीईओ बना दिया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)
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